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खेल-कूद

आईएसएल-4 : मिकू, छेत्री की बदौलत बेंगलुरू ने केरल को हराया

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कोच्चि, 31 दिसंबर (आईएएनएस)| मिकू द्वारा अंतिम मिनटों में किए गए दो और कप्तान सुनील छेत्री द्वारा पेनाल्टी पर किए गए एक गोल की मदद से बेंगलुरू एफसी ने रविवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के तीसरे साउदर्न डर्बी में मेजबान केरला ब्लास्टर्स को 3-1 से हरा दिया। छेत्री ने 60वें मिनट में केरल के सबसे अनुभवी डिफेंडर और कप्तान संदेश झिंगन की गलती के कारण मिले पेनाल्टी पर गोल करते हुए बेंगलुरू को 1-0 से आगे कर दिया था और फिर 90वें मिनट में मिकू ने अपना पहला और टीम के लिए दूसरा गोल किया। मिकू यहीं नहीं रुके। उन्होंने खेल खत्म होने से दो मिनट पहले एक और गोल करते हुए बेंगलुरू को 3-0 से आगे कर दिया।

केरल के लिए एकमात्र गोल करेज पेकुसन ने खेल खत्म होने से कुछ सेकेंड पहले दिया।

मिकू और छेत्री ने अपने शानदार प्रयासों के दम पर बेंगलुरू को आठ मैचों में पांचवीं जीत दिलाई। इस जीत ने बेंगलुरू को 10 टीमों की तालिका में तीसरें स्थान पर पहुंचा दिया है। उसके 15 हो गए हैं। अंकों के मामले में वह एफसी पुणे सिटी के बराबर है लेकिन गोल अंतर में वह पीछे है। मेजबान टीम की यह चौथे सीजन की दूसरी और घर में पहली हार है। वह आठवें स्थान पर बनी हुई है।

पहला हाफ गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ। इस हाफ में कुछ रफ टैकल भी हुए। नतीजतन दो पीले कार्ड दिखाए गए। साथ ही ब्लास्टर्स के स्टार फारवर्ड इयान ह्यूम सिर पर खून के साथ मैदान से बाहर गए लेकिन थोड़े समय बाद वह वापसी करने में सफल रहे।

गोल करने का पहला और सबसे बड़ा मौका 27वें मिनट में आया जब मार्क सिफनोइस वॉली से गोल करने प्रयास में गेंद को ठीक से कनेक्ट नहीं कर सके और गेंद उनके हाथ से लगती हुई गलत दिशा में चली गई। सिफनोइस को यह बेहतरीन डियागोनल पास दाएं किनारे से वेस ब्राउन ने दिया था।

इसके जवाब में 35वें मिनट में कप्तान सुनील छेत्री ने बेंगलुरू के लिए एक शानदार मूव बनाया। छेत्री काफी दूरी से गेंद लेकर बॉक्स में पहुंचे और मौका बनाते हुए एक जोरदार किक गेंद पर लगाया। गेंद निशाने पर थी लेकिन केरल के गोलकीपर सुभाशीष रॉय ने पूरी मुस्तैदी से गेंद को दिशाहीन कर दिया।

इस पर बेंगलुरू को कार्नर मिला। एडु गार्सिया ने गेंद को सही जगह पहुंचाया और एरिक पार्टालू ने हेडर के जरिए गेंद को पोस्ट में डालने का प्रयास किया पर मेजबान गोलकीपर एक बार फिर सावधान थे। गार्सिया ने 43वें मिनट में भी एक प्रयास किया परंतु रॉय एक बार फिर सावधान दिखे।

पहला हाफ कम नाटकीय रहा लेकिन दूसरे हाफ की शुरुआत धमाकेदार रही। 48वें मिनट में बेंगलुरू के सुभाशीष बोस को पीला कार्ड दिखाया गया। 52वें मिनट में छेत्री ने केरल के गोलपोस्ट पर हेडर के जरिए एक जोरदार हमला किया लेकिन सुभाशीष रॉय ने उसे बचा लिया। छेत्री ने यह हेडर हरमनजोत खाबरा को शानदार क्रास पर लिया था।

बेंगलुरू के कप्तान ने 59वें मिनट में भी एक जोरदार हमला किया। बाएं किनारे से गेंद लेकर वह बॉक्स के पास पहुंचे और वहां मौजूद एडु गार्सिया को एक शानदार पास दिया। एडु ने गेंद पर प्रहार किया लेकिन रॉय ने एक बार फिर केरल को मुश्किल से उबार लिया।

इसी हमले के दौरान केरल के डिफेंडर संदेश झिंगन से एक भारी भूल हुई। गेंद एडू के पास जाने से पहले झिंगन के करीब से गुजरी थी, जिसे रोकने के प्रयास में वह हाथ लगा बैठे। रेफरी ने इसे देख लिया और केरल के खिलाफ पेनाल्टी का फैसला सुनाया। साथ ही झिंगन को पीला कार्ड भी दिखाया गया।

कप्तान छेत्री ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और पोस्ट के बाएं किनारे में गेंद को डालकर बेंगलुरू को 1-0 से आगे कर दिया। 73वें मिनट में रॉय को हैमस्ट्रींग के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा। पॉल राचहुब्का ने उनका स्थान लिया। चूंकी विदेशी खिलाड़ियों की संख्या चार बनाए रखनी थी, लिहाजा लोकेन मेतेई को अंदर लेकर सिफनोइस को बाहर किया गया।

अगले कुछ मिनट नाटकीय रहे लेकिन अंतिम मिनटों में बेंगलुरू ने केरल को पूरी तरह दोयम साबित करते हुए तीन मिनट के अंदर दो गोल दाग दिए। मिकू ने टीम के लिए दूसरा गोल बड़ी आसानी से किया। यह गोल सुभाशीष बोस के पास पर हुआ। अंतिम पलो में पेकुसन ने अकेले दम पर बेंगलुरू की रक्षापंक्ति में सेध लगाते हुए केरल के लिए पहला गोल किया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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