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उप्र : भाजपा करेगी चरणबद्ध आंदोलन

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लखनऊ | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने किसान समस्याओं, राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन चलाने का ऐलान किया है। इस बीच भाजपा ने यह भी कहा है कि वह उप्र में अक्टूबर में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी पूरे दम खम से उतरेगी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि राज्य में अखिलेश सरकार के नीतियों के कारण किसान बेहाल और परेशान है। लगातार सरकार के नीतियों के कारण गन्ना किसान अपने भुगतान के लिए संघर्ष कर रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार के कुप्रबंध के कारण खाद, बीज और कृषि उपकरण सुलभ नहीं हो पा रहे हैं। किसान कर्ज माफी योजना छलावा साबित हुई आज भी प्रदेश में कर्ज के बोझ से किसान आत्महत्या कर रहा है। किसानों के उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए किसान आयोग गठन के वादे किए गए थे, पर हालात यह है कि चाहे धान हो या गेहूं लगातार सरकारी खरीद के आकड़े घट रहे हैं। किसानों को अपनी उपज औने-पौने दामों पर बेचनी पड़ रही हैं। भ्रष्टाचार पर सरकार का घेरते हुए पाठक ने कहा कि यादव सिंह प्रकरण में सरकार कटघरे में खड़ी है। एक दागदार और आरोपी व्यक्ति को उच्च स्तर पर पदस्थ करके उसे अधिकार सम्पन्न बनाया गया। राज्य के मंत्री लोकायुक्त के जांच के घेरे में है। कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सपा-बसपा की मिली भगत है।

पाठक ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को पार्टी पूरे दम-खम से लड़ेगी। राज्य में चल रहे सदस्यता अभियान के दृष्टिगत 2 और 3 मार्च को सदस्यता का विवरण एकत्रित किए जाने के लिए जिलेवार बैठकें होंगी। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की अध्यक्षता में हुई प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में हुए निर्णयों की जानकारी देते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि अक्टूबर में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को पूरे दम-खम से पार्टी लड़ने जा रही है। पाठक के अनुसार, पूरे प्रदेश में पंचायतों में रुचि रखने वाले कार्यकर्ताओं को चिह्न्ति कर उन्हें विशेष रूप से इस काम में लगाया जाएगा। क्षेत्रवार इसके लिए पदाधिकारियों को दायित्व दिए गए हैं। पूरे प्रदेश में समन्यवय स्थापित करने के लिए पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल को लगातार प्रवास करने की जिम्मेदारी दी गई है।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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