Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मनोरंजन

बॉलीवुड के वो खतरनाक गाने, जिन्हे गाया तो जाना पड़ सकता है जेल 

Published

on

Loading

मुंबई। मूड उदास हो, ख़ुशी का कोई मौका हो या गर्लफ्रेंड की याद आ रही हो। बॉलीवुड में कई ऐसे गाने बने हैं जिनको सुनते ही मूड बदल जाता है। दरअसल गाने हम सबकी जिंदगी में बहुत अहमियत रखते हैं। जब हमारा मूड ख़राब होता है तो अकेले में हमारा दर्द बांटते हैं और जब ख़ुशी का मौका हो तो हमारे अंदर जोश भर देते हैं।

कुछ गाने ऐसे होते हैं जो हमारे फेवरेट बन जाते हैं जिन्हे हम कितनी बार भी सुने हमारा मन नहीं भरता, लेकिन क्या आपने कभी ऐसे गानों के बारे में सुना है जिसको गाने पर आपको जेल भी हो सकती है। जी हां, बॉलीवुड में ऐसे कई गाने हैं जिसको गाने पर आपको जेल हो सकती है।

ये हैं वो गाने:

मैं लैला लैला चिल्‍लाऊंगा कुर्ता फाड़ के: ये गोविंदा के फिल्म का एक हिट गाना है। इस गाने पर पर IPC में पब्लिक ओब्‍सेनिटी के लिए सज़ा है। इस गाने पर धारा 294 के तहत सजा का प्रावधान है। फाइन के साथ तीन महीने की सजा तक भुगतनी पड़ सकती है।

तू मैके चली जाएगी मैं डंडा लेकर आऊंगा: अगर आपने ये गाना गया तो आप पर महिला उत्‍पीड़न का केस चल सकता है। धारा 498ए के तहत इस गाने को गाने पर पत्‍नी का मानसिक और शारीरिक उत्‍पीड़न शामिल है।

तेरे घर के सामने एक घर बनाऊंगा: इस गाने के अनुसार अगर आपके पास अपनी प्रेमिका के घर के सामने की जगह का कानून अधिकार नहीं है तो आपको धारा 247 के तहत सजा हो सकती है। इसके अलावा 50 हजार का फाइन भी लगेगा।

सात समुंदर पार मैं तेरे पीछे पीछे आ गई: इस गाने के तहत आपको बिना वीजा के 7 समंदर पार जाने पर धरा जा सकता है,वो भी विदेश की पुलिस द्वारा।

तेरा पीछा न मैं छोडूंगा सोनिये भेज दे चाहे जेल में: आशिकी में किसी लड़की का पीछा करना, जबरन उससे कॉन्‍टैक्‍ट करने की कोशिश करना एक कानूनी अपराध है और इस गाने में कुछ ऐसी ही भावना झलक रही है। ये गाना गाने पर आईपीसी की धारा 354 के मुताबिक जेल हो सकती है।

आम आदमी तो क्‍या इन गानों को गाने पर फिल्‍म स्‍टार्स तक पर केस चल रहे हैं। एक चुम्‍मा तू मुझको उधार दे दे गाने के कारण गोविंदा और शिल्‍पा शेट्टी पर आज भी सालों से केस चल रहा है।

उत्तर प्रदेश

डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू

अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।

8 करोड़ की भव्य परियोजना

अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।

विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास

उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।

Continue Reading

Trending