Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

मर्सिडीज-बेंज ने पेश किया ‘बीएस-6 कॉम्प्लाएंट’ कार

Published

on

Loading

पुणे, 19 जनवरी (आईएएनएस)| मर्सिडीज-बेंज ने ‘बीएस-6 कॉम्प्लाएंट’ कार नियमों के लागू होने के दो साल पहले ही पेश कर दिया है। कंपनी की जल्द ही लांच होने वाली एस350 डी और मर्सिडीज-मेबैक एस560 को भी ‘इंडियन क्रैश नॉर्म कॉम्पलाएंट’ वाहन के रूप में एआरएआई सर्टिफिकेट मिला है।

इस तरह मर्सिडीज बेंज भारत में पहले बीएस कॉम्प्लाएंट वाहनों को लॉन्च करने वाला पहला ब्रांड बन गया है। आटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) की निदेशक रश्मि उर्धवारेशे ने मर्सिडीज बेंज इंडिया के लिए सीएमवीआर (केंद्रीय मोटर वाहन नियम) के अनुपालन का सर्टिफिकेट केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग, जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी और सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभय दामले और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में कंपनी के एमडी और सीईओ रोलैंड फोल्गर को प्रदान किया।

इस अवसर पर गडकरी ने कहा, दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए, सरकार अप्रैल 2018 तक दिल्ली एनसीटी में बीएस-6 ग्रेड ईंधन की उपलब्धता बढ़ाने और देश भर में अप्रैल 2020 तक बीएस -6 नियमों को लागू करने का प्रयास कर रही है। इससे प्रदूषण को काफी तेजी से कम किया जाएगा और हमें विश्व स्तर पर उपयोग की जाने वाली बेहतर तकनीक की ओर कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी। मैं मर्सिडीज बेंज को उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं।

रश्मि उर्धवारेशे ने कहा, बीएस-6 के अनुकूल पेट्रोल-डीजल वाहनों के लिए मर्सिडीज बेंज इंडिया को सीएमवीआर के लिए सर्टिफिकेट ऑफ कॉम्प्लायंस देकर हम काफी प्रसन्न हैं। हमने दोनों वाहनों पर सख्त और व्यापक परीक्षण किए हैं, जिसमें पार्टिकुलेट नंबर्स, इंजन पावर टेस्ट, ऑन-बोर्ड-डाग्नोसिस टेस्ट और रियल वल्र्ड ड्राइविंग उत्सर्जन (आरडीई) डेटा संग्रह शामिल हैं।

मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ, रोलैंड फोल्गर ने कहा, हम पहली बार भारत में और भारत के लिए निर्मित बीएस -6 कॉम्प्लाएंट वाहनों को पेश कर काफी खुश है। भारतीय बाजार के लिए भारत के पहले बीएस -6 वाहनों की पेशकश एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और हमारा मानना है कि यह दूसरे विनिर्माताओं के लिए भी भारत में अपने बीएस-6 वाहनों की पेशकश करने के द्वार खोलेगी।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending