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बिजनेस

शेयर बाजार : वायदा-विकल्प, तिमाही नतीजे तय करेंगे चाल

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मुंबई, 21 जनवरी (आईएएनएस)| अगले सप्ताह भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव का रुख बना रह सकता है क्योंेकि निवेशक जनवरी 2018 से फरवरी 2018 के वायदा और विकल्प खंड में अपनी स्थिति तय करेंगे जबकि जनवरी की डेरिवेटिव निविदा की समाप्ति गुरुवार (25 जनवरी) को हो रही है। इसके अलावा बाजार की चाल घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे, वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थापक निवेशकों (डीआईआई) द्वारा किए गए निवेश, डॉलर के खिलाफ रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों का प्रदर्शन के आधार पर तय होंगे। 26 जनवरी (शुक्रवार) को गणतंत्र दिवस के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।

निवेशकों की नजर प्रमुख कंपनियों के अक्टूबर-दिसंबर (2017) तिमाही के नतीजों पर है जिनमें से एशियन पेंट्स और एक्सिस बैंक के नतीजे सोमवार (22 जनवरी) को जारी होंगे। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के नतीजे मंगलवार (23 जनवरी) को जारी होंगे। डॉ. रेड्डी लेबोरेटरीज और मारुति सुजुकी इंडिया के नतीजे गुरुवार (25 जनवरी) को आएंगे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और विप्रो ने अपनी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे शुक्रवार (19 जनवरी) को शेयर बाजार बंद होने के बाद जारी किए। इन नतीजों पर इन कंपनियों के शेयरों पर असर सोमवार को बाजार खुलते ही देखने को मिलेगा।

अगले हफ्ते न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होगी। कंपनी का आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक ऑफर) 18 जनवरी को बंद हुआ था। कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत 240-245 रुपये प्रति शेयर रखी थी।

एंबर एंटरप्राइजेज इंडिया के शेयर भी अगले सप्ताह बाजार में सूचीबद्ध होंगे। कंपनी का आईपीओ शुक्रवार (19 जनवरी) को बंद हुआ था। कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत 855-859 रुपये प्रति शेयर तय की थी। एंबर एंटरप्राइजेज देश की प्रमुख रूम एयर कंडीशनर (आरएसी), ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैनुफैक्चर (ओईएम) और ऑरिजनल डिजायन मैनुफैक्चर (ओडीएम) है। 2017 के मार्च में खत्म हुए वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री को लेकर बाजार हिस्सेदारी 55.4 फीसदी थी।

अगले सप्ताह से आम बजट की तैयारियां शुरू हो जाएंगी, जिसके कारण बाजार में उतार-चढ़ाव दिख सकता है। संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू हो रहा है और एक फरवरी को बजट पेश किया जाएगा।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। इसी दिन देश का आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा। संसद के बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 9 फरवरी तक चलेगा। उसके बाद फिर 5 मार्च और 6 मार्च को सत्र का दूसरा चरण आयोजित किया जाएगा।

वैश्विक मोर्चे पर, बैंक ऑफ जापान ब्याज दरों को लेकर मंगलवार (23 जनवरी) को फैसला करेगी। इसी दिन यूरोजोन अपना जनवरी का ज्यू सर्वे ऑफ इकॉनमिक सेंटीमेंट जारी करेगी।

जापान का जनवरी के प्रीलिमिनरी निक्केई मैनुफैक्चरिंग पीएमआई आंकड़े बुधवार (24 जनवरी) को जारी किए जाएंगे। इसी दिन जनवरी के प्रीलिमिनरी यूरोजोन मार्किट पीएमआई कंपोजिट आंकड़े जारी किए जाएंगे।

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बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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