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बिहार में निषाद आरक्षण के लिए आंदोलन तेज होगा : मुकेश सहनी

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पटना, 4 फरवरी (आईएएनएस)| निषाद विकास संघ के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने यहां रविवार को कहा कि निषादों के आरक्षण के लिए अब आंदोलन तेज करने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि संघ के आह्वान पर उमड़ा निषाद समाज बिहार में सियासी परिवर्तन का संकेत है। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘एससी, एसटी आरक्षण अधिकार सह पदाधिकारी सम्मलेन’ में बड़ी संख्या में आए लोगों को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि वर्ष 2018 निषाद समाज की सफलता का गवाह बनेगा। उन्होंने निषाद समाज के लोगों में जोश भरते हुए कहा कि बिहार के निषादों में अपने दम पर सत्ता परिवर्तन करने की क्षमता है और निषाद क्रांति की आंधी में सारे विरोधियों का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से चर्चित सहनी ने कहा, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा व दिल्ली जैसे राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण प्राप्त है। अगर देश में सबके लिए एक संविधान है तो फिर बिहार में निषादों को आरक्षण क्यों नहीं?

उन्होंने बिहार और केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस साल जून तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिलता है, तो पटना के गांधी मैदान में विशाल जनसभा कर संगठन के द्वारा पार्टी की घोषणा की जाएगी तथा अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीटों पर अपनी पार्टी के बैनर तले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा।

उन्होंने 10 मार्च को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर आरक्षण की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की।

इस मौके पर संघ के वर्ष 2017 के कार्यो का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया गया। ‘सन ऑफ मल्लाह’ ने बताया कि जिला, विधानसभा तथा पंचायत स्तर पर अब तक निषाद विकास संघ में डेढ़ लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है तथा जून 2018 तीन लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने निषाद विरोधी पार्टियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा, अगर निषाद समाज सरकार बना सकती है, तो सरकार बनने से रोक भी सकती है, इसलिए ऐसी पार्टियां निषादों को बरगलाना बंद कर दें तथा इनके हक में इनकी तरक्की के लिए कार्य करें।

उन्होंने समाज के लोगों की संबोधित करते हुए कहा कि निषादों की चट्टानी एकता में दरार डालने की भरपूर कोशिश की जा रही है, लेकिन पूरा निषाद समाज संघ के साथ खड़ा है। विरोधी अपनी साजिश में नाकाम हो रहे हैं। यह हमारी सफलता को दर्शाता है।

इस अवसर पर संघ का ‘मेनिफेस्टो’ भी जारी किया गया। इस मौके पर अशोक कुमार चौहान को प्रदेश अध्यक्ष, गौतम बिंद को प्रदेश युवा अध्यक्ष तथा निर्मला सहनी को प्रदेश महिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

इस मौके पर राजभूषण चौधरी, डॉ. राजभूषण चौधरी, अशोक कुमार चौहान, वीरेंद्र चौहान, धनिकलाल मुखिया और शिवबचन प्रसाद नोनिया ने भी लोगों को संबोधित किया।

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नेशनल

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर श्रद्धा वॉकर का हत्यारा आफताब पूनावाला

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नई दिल्ली । लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, मीडिया में चल रही खबरों का संज्ञान लेते हुए तिहाड़ जेल प्रशासन, आफताब पूनावाला की सुरक्षा को लेकर अलर्ट हो गया है क्योंकि उसे लॉरेंश बिश्नोई गैंग से खतरे की बात सामने आई है. तिहाड़ जेल के अंदर जेल नंबर 4 में आफताब पूनावाला को रखा गया है. आफताब, श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड का आरोपी है. दिल्ली के छतरपुर इलाके में आफताब ने श्रद्धा की हत्या करके उसके शरीर को कई टुकड़ों में बांट दिया था.

तिहाड़ जेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, मुंबई पुलिस से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन प्रशासन ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लिया है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, आफताब पूनावाला लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों के निशाने पर है.

क्या है मामला ?

पुलिस की जांच में सामने आया था कि 18 मई 2022 की शाम करीब 6:30 से 7:00 बजे के बीच श्रद्धा विकास वॉल्कर की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आरोपी आफताब और पीड़िता के बीच रिलेशनशिप की टाइम लाइन अहम रही. मई 2019 से मार्च 2022 के दौरान मुंबई में आरोपी और पीड़िता की मुलाकात हुई और प्रेम संबंध बन गए थे. दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे और खुद को शादीशुदा जोड़े के तौर पर दिखाते थे. उन्होंने 3 जगहों पर एक के बाद एक किराए का मकान लिया था, जहां वे रहते थे. दोनों 2 जगहों पर साथ काम कर चुके थे.

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