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भरी महफिल में क्यों शर्मिंदा हुईं श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर, इन PHOTOS में छिपी है वजह

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नई दिल्ली। श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर ने बॉलीवुड में एंट्री के ‌लिए जोरों-शोरों के साथ तैयारियां कर ली हैं। करण जौहर निर्देशित फिल्म ‘धड़क’ में जहां वो शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर के साथ नजर आएंगी। तो वहीँ हाल ही में उन्हें मां श्रीदेवी के साथ लैक्मे फैशन वीक में भी नजर आईं  थीं।

jhanvi kapoor and sridevi spotted at lakme fashion week 2018इस इवेंट में जाह्नवी और मां श्रीदेवी दोनों ही डिजाइनर अनामिका खन्ना की ड्रेस में नजर आईं। श्रीदेवी ने ग्रे कलर की साड़ी के साथ जैकेट डाला हुआ था। वहीं जाह्नवी ग्रे कलर के जंप सूट में काफी सुन्दर लग रही थीं। श्रीदेवी शुरू से ही अपने ड्रेसिंग सेंस के लिए जानी जाती हैं। और अब जाह्नवी भी उनके नक्‍शे-कदम पर चल रही हैं।

nullयूं तो इस इवेंट में माँ-बेटी दोनों ही लाइमलाइट का हिस्सा रही पर वहीँ जाह्नवी को अपनी ड्रेस की वजह से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जी हां दरअसल, जाह्नवी ने जो ड्रेस पहनी थी उसका गला काफी ब्रॉड था। इसलिए उन्हें अपनी ड्रेस को बार-बार एडजस्ट करना पड़ रहा था। जाह्नवी जब तक तक ईवेंट में रहीं, अपनी ड्रेस को ठीक करती रहीं।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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