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अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल में नेशनल एसेंबली चुनाव के लिए मतदान जारी

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काठमांडू, 7 फरवरी (आईएएनएस)| नेपाल की नेशनल एसेंबली के चुनाव के लिए यहां के सात प्रांतों में से छह में बुधवार को मतदान हो रहे हैं। नेशनल एसेंबली को ऊपरी सदन भी कहते हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेपाल निर्वाचन आयोग के मुताबिक, विभिन्न राजनीतिक दलों के 52 उम्मीदवार प्रांत एक, तीन, चार, पांच, छह और सात की 32 सीटों के लिए अपनी किस्मत आजमदा रहे हैं।

मतदान सुबह 10 बजे से शुरू हुआ और शाम तीन बजे तक जारी रहेगा।

आयोग ने कहा कि प्रांत दो में मतदान की जरूरत नहीं है, जहां सभी आठ उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं।

नेशनल एसेंबली में 59 सदस्य होंगे। इनमें से 56 का चुनाव एक निर्वाचन मंडल के द्वारा किया जाएगा। निर्वाचक मंडल में सात प्रांतों के विधानसभा सदस्य, नगर पालिकाओं और ग्रामीण नगर पालिकाओं के प्रमुख और उप प्रमुख शामिल होंगे।

बाकी तीन सदस्य सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाएंगे।

मतगणना की शुरुआत मतदान के समाप्त होने के तुरंत बाद हो सकती है।

नेशनल एसेंबली का चुनाव 26 नवंबर और सात दिसंबर, 2017 को हुए क्रमश प्रतिनिधिसभा (निचला सदन), और प्रांतीय विधानसभा के चुनाव के दो चरणों में एक साथ संपन्न होने के बाद हो रहा है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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