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खेल-कूद

टीम इंडिया का ट्रंप कार्ड अब बना विलेन, 4 ओवर में लुटाए 64 रन

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कप्तान जीन पॉल ड्युम्नी (नाबाद 64) और मैन ऑफ द मैच रहे हेनरिक क्लासेन (69) की शानदार बल्लेबाजी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने बुधवार को खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारत को छह विकेट से हरा दिया। सुपरस्पोर्ट पार्क में खेले गए इस मैच में जीत हासिल करने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने तीन टी-20 मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है।

इस मैच भारत की हार का सबसे बड़ा कारण उसकी गेंदबाजी को माना जा रहा है। दरअसल इस मुकाबले में चहल की गेंदबाजी बेहद खराब रही है। चहल इससे पहले टीम इंडिया की जीत के नायक हुआ करते थे लेकिन इस मुकाबले में उनकी गेंदबाजी बेहद खराब रही और चहल ने चार ओवरों में 16 रन प्रति ओवर के दर से 64 रन दे दिया।

टी-20 इंटरनेशनल मैचों में यह भारत की ओर से खेलते हुए सबसे महंगा गेंदबाजी है। पिछला सबसे महंगा गेंदबाजी विश्लेषण चहल से पहले मध्यम गति के गेंदबाज जोगिंदर शर्मा के नाम पर था जिन्होंने वर्ष 2007 में डरबन में इंग्लैंड के खिलाफ 57 रन दिए थे। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 189 रनों का लक्ष्य दिया।

मैच हारने के बारे में कप्तान कोहली ने कहा, “यह मैच गेंदबाजों के लिए मुश्किल साबित हुआ। हमने शुरुआत में ही कुछ विकेट गंवा दिए थे और ऐसे में लग रहा था कि हम 175 रनों का स्कोर ही खड़ा कर पाएंगे। मनीष पांडे और सुरेश रैना ने अच्छी बल्लेबाजी की। इसके बाद महेंद्र सिंह धौनी और मनीष स्कोर को 190 के करीब ले गए। हमें लगा था कि हम जीत जाएंगे।”

कोहली ने कहा, “मैच के दौरान हल्की हल्की बारिश होने लगी और इस कारण गेंदबाजों के लिए विकेट लेना मुश्किल हो गया। 12वें ओवर तक मैच हमारे हाथ में था, लेकिन इसके बाद हल्की बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दी। दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य हासिल करने के लिए खतरा उठाया, तो ऐसे में जीत का श्रेय उनको ही जाता है। उन्होंने इस परिस्थिति में भी संघर्ष किया और वह इस जीत के काबिल थे।”

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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