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बिजनेस

जियो कस्टमर्स को लगेगा झटका, जल्द बंद होने जा रही यह सर्विस

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रिलायंस जियो के ग्राहकों के लिए मायूस करने वाली खबर है। आरबीआई के नियम के अनुसार किसी भी कंपनी की वॉलेट सेवाओं का लाभ उठाने के लिए यूजर्स को अपना ईकेवाईसी करवाना होगा। अभी इस खबर ने तूल पकड़ा ही था कि रिलायंस जियो ने अपना वॉलेट बंद करने की घोषणा कर दी है।

जियो ने अपने पेमेंट बैंक सेवा जियो मनी को 27 फरवरी से बंद करने का फैसला किया है। यानी कि जियो के ग्राहक इस मोबाइल वॉलेट से 27 फरवरी के बाद बैंक में पैसे ट्रांसफर नहीं कर सकेंगे।

जियो मनी ने जो जानकारी दी है, उसमें आरबीआई की गाइडलाइन का हवाला दिया है। उसने कहा है कि गाइडलाइन के मुताबिक, मोबाइल वॉलेट से पैसा बैंक में ट्रांसफर करने की सुविधा को बंद किया जा रहा है। यह आदेश 27 फरवरी से लागू होगा। हालांकि, जियो ने कहा है कि अगर ग्राहक अपने पैसे इस तारीख से पहले ट्रांसफर कर लेते हैं तो उनसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। लेकिन, यह ट्रांसफर सिर्फ एक बार में करना होगा। ग्राहक 26 फरवरी तक पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं हालांकि, मर्चेंट्स के लिए यह सर्विस जारी रहेगी।

इसी के साथ आपको बता दें, रिलायंस जियो अपना पेमेंट बैंक भी शुरू करने जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है की इसके बाद जियो मनी से पैसा बैंक में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकेगा। अभी इसे लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं है की पेमेंट बैंक कब से शुरू किया जाएगा।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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