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खेल-कूद

वार्नर ने रोते हुए गलती कबूली, माफी मांगी

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मेलबर्न, 31 मार्च (आईएएनएस)| केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ के मामले में क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) द्वारा एक साल के लिए प्रतिबंधितक आस्ट्रेलिया के पूर्व उप-कप्तान डेविड वार्नर ने शनिवार को माना कि शायद अब वह अपने देश के लिए कभी क्रिकेट न खेल पाएं। वॉर्नर ने संवाददाता सम्मेलन में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में अपनी भूमिका निभाने की बात कबूली और अपने समर्थकों, सीए, क्रिकेट साउथ अफ्रीका एवं अपने परिवार से रोते हुए माफी भी मांगी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, वार्नर इस मामले के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बोल रहे थे। वार्नर ने माना कि उन्होंने उनके करियर को बढ़ावा देने वाले लोगों को मायूस किया है।

संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने इस मामले में शामिल टीम के अन्य खिलाड़ियों एवं उनके अपने संबंध से जुड़े सवालों के जवाब नहीं दिए।

वार्नर ने रोते हुए माफी मांगी और कहा, प्रशंसकों और खेल को प्यार करने वाले, वो जिन्होंने मेरे एक क्रिकेट खिलाड़ी के सफर में मेरा समर्थन किया, मैं आप सभी से आपके विश्वास को तोड़ने के लिए माफी मांगता हूं।

उन्होंने कहा, मैंने आप लोगों को काफी निराश किया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मुझे इसकी भरपाई करने का मौका मिलेगा और संभवत: मैं अपना सम्मान वापस पा सकूंगा।

वार्नर ने कहा, हमने अपने देश को शर्मसार किया। हमने बुरा फैसला लिया। मैंने उसमें भूमिका निभाई। जैसा मैंने कहा आस्ट्रेलियाई पब्लिक से वापस वो सम्मान पाने में मुझे वक्त लगेगा।

संवाददाता सम्मेलन के समाप्त होने के दो घंटों के भीतर वॉर्नर ने ट्वीट किया, मैं जानता हूं कि कई ऐसे प्रश्न हैं, जिनका उत्तर दिया जाना है। मैं इसे पूरी तरह से समझता हूं। मैं अभी सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करूंगा, लेकिन मुझे सीए की औपचारिक प्रक्रिया का पालन करना होगा।

वॉर्नर ने लिखा, मैं इस प्रक्रिया का पालन करूं और सभी प्रश्नों का सही समय पर उत्तर दूं, इसलिए मैं सलाह भी ले रहा हूं। मुझे संवाददाता सम्मेलन में यह बात कहनी चाहिए थी। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मेरे परिवार और क्रिकेट के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है और मुझे इस प्रक्रिया का ठीक से पालन करना होगा।

इससे पहले वॉर्नर ने माना कि शायद अब वह अपने देश के लिए कभी क्रिकेट नहीं खेल पाएं।

वॉर्नर ने कहा, मैं यहां केपटाउन में खुद की भूमिका और मैंने जो किया उसकी जिम्मेदारी लेने आया हूं। मुझे बहुत खेद है कि यह निर्णय पूरे जीवन भर मुझ से जुड़ा रहेगा। मेरे लिए यह जानना बेहद दुखद है कि मैं अपने साथी खिलाड़ियों के साथ मैदान पर नहीं उतर पाऊंगा, जिनसे मैं प्रेम करता हूं और जिन्हें मैंने निराश किया। अभी यह जानना बहुत मुश्किल है कि आगे क्या होगा, लेकिन मेरे परिवार को सुखी रहना मेरी पहली प्राथमिकता है। मैं अपने परिवार से माफी मांगना चाहता हूं।

वॉर्नर ने आगे कहा, मैं चाहता हूं कि एक दिन फिर मुझे अपने देश के लिए खेलने का मौका मिले, लेकिन हो सकता है कि शायद वह दिन अब कभी न आए। जो हुआ उसके लिए मैं अपनी गलती मानता हूं। मैं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के उप-कप्तान के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहा।

उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि जब इस तरह के गलत फैसले लिए जाते हैं तो उसका परिणाम क्या होता हैं। हमने अपने देश को शर्मसार किया और एक गलत फैसला लिया। उसमें मेरी भी भूमिका थी और ऑस्ट्रेलियाई जनता का भरोसा फिर जीतने में हमें काफी समय लगेगा।

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खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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