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ग्रेटर नोएडा में नई ईकाई से सालाना 5 करोड़ हैंडसेट्स का निर्माण करेगा ओप्पो

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ग्रेटर नोएडा, 10 मई (आईएएनएस)| विश्व के प्रमुख कैमरा फोन ब्रांड ओप्पो मोबाइल्स ग्रेटर नोएड में अपनी एक नई उत्पादन इकाई लगा रही है, जिसके माध्यम से वह हर साल पांच करोड़ हैंडसेट्स का निर्माण कर करेगी। कम्पनी ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा इकाई भारत सहित दक्षिण एशिया और अफ्रीका से जुड़ी उसकी जरूरतों को पूरा करेगी। मौजूदा समय में ओप्पो के ग्रेटर नोएडा इकाई से 1.5 करोड़ हैंडसेट्स का निर्माण हो रहा है और यह संयंत्र अत्याधुनिक मानकों को लैस है।

मौजूदा समय में उद्योग विहार में सक्रिय ओप्पो की फैक्टरी यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फैक्ट्री है, जो लगभग एक लाख तीस हजार वर्गमीटर के क्षेत्र में फैली है। इस फैक्ट्री में चार हजार से ज्यादा भारतीय कर्मचारी काम करते हैं।

कम्पनी ने कहा है कि ग्रेटर नोएडा की उसकी नई इकाई में साल में पांच करोड़ उत्पाद बनाने और एक हजार से ज्यादा क्वालिटी एवं ड्यूरेबिलिटी टेस्ट करने की सामथ्र्य होगी।

ओप्पो के पास हैंडसेट्स बनाने का 12 साल का अनुभव है और वह चीन के अपने सारे अनुभव को भारत में लागू कर रहा है। ओप्पो ने विभिन्न शैलियों में इस उद्योग में नई शुरूआत की है, जैसे इसने विश्व का पहला ब्यूटीफाईड फोन दिया, पहला रोटेटिंग कैमरा दिया, एआई ब्यूटीफिकेशन वाला पहला फोन दिया, 25 मेगापिक्सल वाला पहला सेल्फी कैमरा दिया एवं कई अन्य नई विशेषताओं की शुरुआत की और ग्राहकों को सर्वश्रेश्ठ उत्पाद देते हुए प्रतिस्पर्धियों के लिए नए मापदंड स्थापित कर दिए।

ओप्पो के पास ग्रेटर नोएडा इकाई में विस्तृत उत्पादन की शुरुआत से हैंडसेट को नियमित तौर पर स्पॉट चेक करने के लिए एक सुसज्जित क्वालिटी चेक लैब है, जिससे हैंडसेट की उत्तम क्वालिटी नियंत्रित व सुनिश्चित होती है।

लैब टेस्ट को इलेक्ट्रिकल परफॉर्मेंस टेस्ट, स्ट्रक्च रल एनालिसिस (डिस्ट्रक्टिव, स्ट्रक्च र-प्लग), एनवॉयरनमेंटल एजिंग टेस्ट (कार्यशील कंपोनेंट्स की निरंतर एजिंग, विविध वातावरणों में एडैप्टिबिलिटी) में बांटा जा सकता है। इस पर कुल 150 से अधिक टेस्ट किए जाते हैं।

ओप्पो के वर्तमान संयंत्र में क्वालिटी इंचार्ज जेसन ने कहा, ओप्पो अपने उत्पादों पर कठोर क्वालिटी टेस्ट करता है। हमारा मानना है कि हर मॉडल, चाहे वह शोध के चरण में हो या उत्पादन के चरण में, उसकी जांच होनी चाहिए। कस्टमाईज्ड मशीन और प्रक्रियाओं की विस्तृत श्रृंखला के साथ यह सुनिश्चित किया जाता है कि ओप्पो के उत्पाद ग्राहकों तक पहुंचने तक डिजाईन व ड्यूरेबिलिटी में सर्वश्रेश्ठ हों। ओप्पो की हर डिवाईस पर काफी कठोर पर्यावरण का टेस्ट, ड्रॉप टेस्ट एवं कई अन्य टेस्ट किए जाते हैं, ताकि ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ उत्पाद मिलें। ओप्पो अपने ग्राहकों की मांग का नियमित तौर पर अध्ययन कर उन्हें सर्वश्रेश्ठ उत्पाद प्रदान करने का प्रयास करता है। हम गहन जांच तथा उत्पाद में निरंतर सुधार करते हैं, ताकि ग्राहकों को षानदार ग्राहक अनुभव प्रदान करने के लिए बेहतरीन उत्पाद दिए जा सके।

ओप्पो ग्राहकों के लिए निरंतर इनोवेट करते हुए उन्नत टेक्नॉलॉजी का निर्माण करता है। सन 2015 की शुरुआत में ओप्पो ने अगले टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्ड के लिए विशेष आरएण्डडी टीम की स्थापना की और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड डेवलपमेंट फील्ड में संपन्न अनुभव वाले विषेशज्ञ नियुक्त किए, जो शोध की उत्कृष्टता के मामले में स्मार्टफोन उद्योग का नेतृत्व कर रहे हैं।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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