Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पीएम मोदी का कत्ल करना चाहता था IS आतंकी, ऐप से हुआ भंडाफोड़

Published

on

Loading

अहमदाबाद। गुजरात एटीएस ने अंकलेश्वर की एक अदालत में संदिग्ध आतंकी उबैद मिर्जा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करते हुए दावा किया है कि आरोपी पीएम नरेंद्र मोदी का कत्ल करना चाहता था। वह कत्ल के लिए स्नाइपर राइफल का इस्तेमाल करने वाला था। इस बात का खुलासा एक मैसेंजर एप में मिले संदेश से हुआ था।

इस चार्जशीट में कथित आतंकवादी के दर्ज बयान में लिखा गया है कि आईएस का संदिग्ध ऑपरेटिव उबैद मिर्जा पीएम नरेंद्र मोदी की स्नाइपर राइफल से हत्या करना चाहता था और उसने इसका इरादा एक मेसिजिंग ऐप पर जाहिर किया था। गुजरात एटीएस ने मोबाइल फोन और पेन ड्राइव से उसके मेसेज को भी हासिल कर लिया है।

इस साजिश में लैब तकनीशियन कासिम स्तिमबेवला भी शामिल है। दोनों एक अस्पताल में साथ काम कर चुके हैं। सूरत जिला अदालत में बतौर वकील काम कर चुके मिर्जा और लेब तकनीशियन कासिम को गुजरात एटीएस ने 25 अक्टूबर 2017 को अंकलेश्वर से गिरफ्तार किया था।

ये दोनों सूरत के रहने वाले हैं। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि ‘कासिम ने गिरफ्तारी से 21 दिन पहले अपनी नौकरी छोड़ दी थी और वह जमैका भागना चाहता था जिससे कट्टरपंथी मौलवी शेख अब्दुल्लाह अल फैसल के साथ जिहादी मिशन में शामिल हो सके। कासिम ने इसके लिए जमैका में नौकरी के लिए वर्क परमिट भी हासिल कर लिया था।

चार्जशीट में कहा गया है कि 10 सितंबर 2016 को मिर्जा ने संदेश भेजा, पिस्तौल खरीदना है और उसके बाद मैं उनसे संपर्क करने का प्रयास करूंगा। हालांकि यहां पर ‘उनसे’ शब्?द का इस्तेमाल किसके लिए किया गया है, यह स्पष्ट नहीं है। चार्जशीट के मुताबिक मिर्जा को रात 11 बजकर 28 मिनट पर खुद को फेरारी बताने वाले एक व्यक्ति से संदेश मिला, ‘ठीक, मोदी को स्नाइपर राइफल से मारते हैं।’ एटीएस ने बताया कि कई संदिग्ध गवाह बन गए, इसीलिए यह गिरफ्तारी संभव हुई।

मुख्य समाचार

‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

Continue Reading

Trending