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अन्तर्राष्ट्रीय

शरीफ़ की शराफ़त: 10 सालों बाद नवाज़ शरीफ़ ने बताई मुंबई हमलों की हकीकत, ‘हम थे’

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इस्लामाबाद।  भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आखिरकार मुबंई हमलों को लेकर कई सालों से बंद अपनी जुबान खोल दी है। नवाज के इस खुलासे के बाद पाकिस्तान पर संकट के बादल गहरा गए हैं। पूर्व पीएम ने स्वीकार कर लिया है कि मुंबई अटैक में पाकिस्तानी आतंकवादियों का ही हाथ था।

नवाज शरीफ के इस कबूलनामे के बाद पाकिस्तान ने उस दावे को झुठला दिया है जिसमें वह आतंकियों को पालने के आरोपों से पल्ला झाड़ता रहा है। नवाज ने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया है कि उनके देश में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं।

नवाज शरीफ ने मुंबई हमलों की पाकिस्‍तान में अटकी सुनवाई पर भी सवाल उठाया है। शुक्रवार को मुल्तान में रैली से पहले ‘द डॉन’ को दिए इंटरव्यू में नवाज ने कहा, ‘आप एक देश को नहीं चला सकते, जब दो या तीन समानांतर सरकारें चल रही हों। यह रोकना होगा। सिर्फ एक ही सरकार हो सकती है, जो संवैधानिक प्रक्रिया से चुनी गई हो।’

नवाज से जब यह पूछा गया कि उनकी नजर में वह कौन सा कारण है जिससे उनकी पीएम की कुर्सी गई तो उन्होंने बातचीत को विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे की तरफ मोड़ दिया। नवाज शरीफ ने कहा कुर्बानियों के बावजूद हमारी बात कोई स्वीकार नहीं करता। अफगानिस्तान की कहानी को स्वीकार कर लिया गया, लेकिन हमारी नहीं। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।’

नवाज ने आगे कहा, ‘आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं, क्या हमें उन्हें सीमा पार करने और मुंबई में 150 लोगों की हत्या करने की इजाजत दे देनी चाहिए?  बताइए।’ रावलपिंडी आतंकरोधी अदालत में मुंबई हमलों का ट्रायल लंबित होने का हवाला देते हुए नवाज ने कहा, ‘हमने सुनवाई क्यों नहीं पूरी की?’ बता दें कि पाकिस्तान इस बात से हमेशा इनकार करता रहा है कि 2008 के मुंबई हमलों में उसकी कोई भूमिका है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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