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गर्मियों में अगर स्वस्थ व खूबसूरत रहना है तो इन्हें अपनी डाइट में करें शामिल

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गर्मियां शुरू हो गई हैं। मौसम लगातार गर्म हो रहा है। एक हफ्ते के बाद जून का महीना आ जाएगा। कड़ी धूप, गर्म हवाएं और उमस आपको शारीरिक और मानसि​क रूप से परेशान करेंगी। अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए जरूरी है कि हम अपने खान पान को दुरूस्त रखें।

रसदार फल, सब्जियां और दही जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने से आप डिहाइड्रेशन, त्वचा की संवेदनशीलता,और साथ ही साथ विटामिन और खनिज की कमी जैसी गर्मियों की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

आत्मांतन वेलनेस सेंटर के वेलनेस डायरेक्टर मनोज कुट्टेरी और फिट्रिशन-न्यूट्रिशन फॉर लाइफ के संस्थापक और निदेशक राहिला हसन ने गर्मियों को मात देकर मौसम का आनंद लेने के कुछ उपाय बताए हैं?

टमाटर :- टमाटर एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी से भरपूर होते हैं, उनमें लाइकोपीन जैसे फायदेमंद फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं, जो पुरानी बीमारियों, विशेष रूप से कैंसर को ठीक करने में मदद करते हैं।

जुकिनी :- जुकिनी में पेक्टिन नामक फाइबर होता है, जो दिल को स्वस्थ रखता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।

तरबूज

तरबूज :- यह आपको ठंडा और हाइड्रेटेड रखता है। पानी की भरपूर मात्रा के कारण इससे पेट भरा लगता है। साथ ही तरबूज में लाइकोपीन भी होता है, जो त्वचा की कोशिकाओं को सूर्य की क्षति से बचाता है।

संतरा :- संतरा पोटेशियम से भरपूर होता है। यह पोषक तत्व गर्मियों में महत्वपूर्ण है। इसमें लगभग 80 प्रतिशत पानी होता है और यह मांसपेशियों की ऐंठन दूर करता है।

दही :- प्रोटीन से भरपूर दही गर्मियों में सेहत के लिहाज से काफी फायदा पहुंचाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन आपकी भूख को शांत रखता है, जिससे आप नमकीन और उच्च कैलोरी से भरपूर स्नैक्स खाने से बचे रहते हैं। इससे आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए मददगार बैक्टीरिया प्रोबियोटिक भी मिलते हैं।

नींबू के साथ पुदीने का पानी :- नींबू की दो बूंदों के साथ एक गिलास छना हुआ पुदीने का पानी अद्भुत काम करता है। यह लिवर की सफाई करता है और आपके मेटाबॉलिजम को मजबूत बनाता है। (इनपुट आईएएनएस)

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महाकुंभ में पहली बार तैनात होंगे ऑल-टेरेन व्हीकल

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और हरित महाकुंभ बनाने के लिए संकल्पित योगी सरकार अनेक उपाय कर रही है। इसी क्रम में पहली बार महाकुंभ में ऑल टेरेन व्हीकल तैनात किया जा रहा है। यह व्हीकल मेला क्षेत्र में कहीं भी आग की घटना होने पर चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा सकेगा। यह फायर एस्टींगुशर समेत तमाम अत्याधुनिक फायर सेफ्टी डिवाइसेज से लैस होगा। रेत, दलदल और छिछले पानी में भी यह पूरी रफ्तार से दौड़ सकेगा। अग्निशमन विभाग के ट्रेन्ड फायरकर्मी इस पर सवार होकर पूरे मेला क्षेत्र में आपात स्थिति पर नजर रखेंगे। इसे पहली बार महाकुंभ में उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए चार ऑल-टेरेन व्हीकल्स प्रयागराज पहुंच चुके हैं और अग्निशमन कर्मियों को इसकी राइडिंग और उपयोग की ट्रेनिंग दी जा रही है। सीएम योगी 25 नवंबर को इन चारों व्हीकल्स समेत अन्य डिवाइसेज को हरी झंडी दिखा सकते हैं। इलेक्ट्रिक बैट्री से संचालित होने वाला यह व्हीकल सीएम योगी के सुरक्षित और हरित महाकुंभ के संकल्प को साकार करेगा।

जर्मनी से प्रयागराज पहुंचे चारों व्हीकल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (यूपी फायर सर्विसेज) की ओर से मेला क्षेत्र को जीरो फायर इंसिडेंट जोन बनाने की व्यापक तैयारी की गई है। ऑल-टेरेन व्हीकल उसी तैयारी का हिस्सा है। प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि चार ऑल-टेरेन व्हीकल्स को जर्मनी से प्रयागराज लाया गया है। लगभग ढाई करोड़ की लागत वाले इन व्हीकल्स को सीएम योगी स्वयं हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इन व्हीकल्स की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि महाकुंभ मेला प्रारंभ होने के बाद क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सुचारू रूप से फायर सेफ्टी सर्विसेज का परिचालन किया जा सके। उन्होंने बताया कि वाहन में पानी की टंकियां, नल और पंप सहित अग्निशमन उपकरण लगे हैं, जिससे अधिकारी आग लगने पर तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे। यह त्वरित कार्रवाई आग को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण है, खासकर शुरुआती चरणों में।

आग बुझाने की प्रभावी क्षमता

उन्होंने कहा कि इसमें नॉर्मल एस्टींगुशर के साथ एयर कंप्रेसर और वैमपैक फायर एस्टींगुशर भी है। इसमें गन से 9 लीटर तक पानी का छिड़काव किया जा सकता है। इसमें 8 लीटर पानी और एक लीटर केमिकल होता है जो छिड़काव के बाद फोम बन जाता है। फ्लोरीन-मुक्त फोम में आग बुझाने की प्रभावी क्षमता होती है। यह आग को तेजी से बुझा सकता है। यह ज्वलनशील तरल पदार्थ की आग को भी दबा सकता है और दोबारा आग लगने से रोक सकता है, जिससे यह पारंपरिक फोम का एक विश्वसनीय विकल्प बन जाता है। इसकी डिस्चार्ज डिस्टेंस 45 फीट तक होती है, जिससे सिस्टम ऑपरेटर और आग के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहती है। इसमें 75 फीट की नली होती है जो उपयोगकर्ता को किसी भी दिशा में यूनिट के 100 फीट के भीतर आग तक पहुंचने में सक्षम बनाती है। यह दूरी ऑपरेटर और फायरमैन को विकिरण गर्मी और जहरीली गैसों से भी सुरक्षा प्रदान करती है। यह वाहन अग्निशामकों और प्रथम प्रतिक्रियाकर्ताओं के लिए अधिक सुरक्षित है। यह बायोडिग्रेडेबल और ग्रीन शील्ड प्रमाणित भी है। फ्लोरीन-मुक्त फोम वाले वाहनों का उपयोग करने के लिए अग्निशमन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

भीड़भाड़ वाले इलाकों में आसान होगी पहुंच

उन्होंने बताया कि आग से जुड़ी ज्यादातर बड़ी घटनाओं में, कर्मियों को अक्सर भीड़भाड़ वाले इलाकों का सामना करना पड़ता है, जिससे आग बुझाने के प्रयासों में बाधा आती है। उन इलाकों में दमकल गाड़ियों को ले जाना या उनका संचालन करना मुश्किल होता है। इसके परिणामस्वरूप काफी समय बर्बाद होता है। हम एक ऐसा समाधान चाहते थे जिससे हम भीड़भाड़ वाले इलाकों में जल्दी पहुंच सकें और तुरंत ऑपरेशन शुरू कर सकें। महाकुंभ में जब सभी क्षेत्रों में भारी भीड़ मौजूद रहेगी तब आपातकाल स्थितियों में यह वाहन चंद सेकेंड्स में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे। त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तेजी से चलने की क्षमता के साथ, यह वाहन विभिन्न प्रकार की आग बुझाने में सक्षम होंगे। यह वाहन रेत, कीचड़ और उबड़ खाबड़ इलाकों के साथ-साथ छिछले पानी में भी चलने में सक्षम है। रेत पर जब वाहन फंस जाता है तब यह बूस्ट मोड में काम करता है जिससे इसके चारों पहिए काम करने लग जाते हैं। यह मात्र 4 घंटे में ही चार्ज हो जाता है और 8 घंटे तक काम करता है। यह 60 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।

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