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फीफा विश्व कप : विजयी वापसी चाहेंगे सेनेगल, पोलैंड (प्रीव्यू)

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मास्को, 18 जून (आईएएनएस)| दूसरी बार फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाली सेनेगल इस टूर्नामेंट के 21वें संस्करण में मंगलवार को पोलैंड जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। ग्रुप-एच के इस मैच में दोनों टीमें स्पार्टक स्टेडियम में उतरेंगी। सेनेगल 16 साल बाद तो पोलैंड 12 साल बाद विश्व कप खेल रही हैं।

सेनेगल इससे पहले सिर्फ 2002 में विश्व कप में खेली थी और विश्व जगत को हैरान करते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। कोच एलियोउ सिसे की टीम इस बार भी उस सफलता को दोहराने और उससे आगे निकलने के मकसद से उतर रही है। इस राह में उसे पहली बाधा पोलैंड की पार करनी है।

पोलैंड ऐसी टीम है जिसने छह बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है और चार बार ग्रुप स्टेज को पार करने में सफल रही है। टीम के पास एक स्टार खिलाड़ी जो सेनेगल की राह में रोड़ा है। रोबर्ट लेवांडोस्की पोलैंड की नींव हैं जिन पर पूरी टीम निर्भर है।

टीम के कोच एडम नवाल्का हालांकि यह नहीं चाहेंगे कि टीम सिर्फ लेवांडोस्की के बल पर ही खेले। उन्होंने बकायदा अपनी टीम को इस स्टार खिलाड़ी की छांव से निकालने के प्रयास किए हैं। वो प्रयास कितने सफल होते हैं वो टीम के मैचों से पता चलेगा।

पोलैंड ने जब भी विश्व कप के अपने पहले मैच मे अंक हासिल किया है वो ग्रुप दौर से आगे गई है। ऐसा वो 1974, 1978, 1982, 1986 में कर चुकी है। वहीं 2002 और 2006 में उसे पहले मैच में ही हार मिली थी और टीम का सफर पहले दौर में ही खत्म हो गया था।

16 साल बाद दूसरी बार विश्व कप में पहुंचने वाली सेनेगल ने क्वालीफांग दौर में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। सिसे की कोशिश टीम को उसी प्रदर्शन पर बनाए रखने की होगी जो उनके करियर की शायद अभी तक की सबसे बड़ी चुनौती साबित हो।

कोच आक्रामण करने की रणनीति के साथ उतरेंगे यह तय माना जा रहा है। इसलिए 23 सदस्यीय टीम में आठ फॉरवर्ड खिलाड़ी चुने गए हैं। टीम के आक्रमण की जिम्मेदारी इंग्लिश क्लब लिवरपूल के लिए खेलने वाले सादियो माने पर होगी जिन्होंने क्लब के लिए बीते सीजन में 20 गोल किए थे।

उनके अलावा कालिडोयु काउलीबाली, चेइखोउ काउयाटे, मामे डियोफ पर भी बड़ी जिम्मेदारी है।

टीमें :-

पोलैंड :-

गोलकीपर : बाटरेस बियालोस्की, लुका फाबियांस्की, वोजसिएक जेकजेंसी

डिफेंडर : जान बेडनारेक, बाटरेज बेरेसजिंस्की, थियागो सियोनेक, मार्सिन कामिंस्की, लुकाज पिस्जेक, आर्तुर जेडरजेस्की और मीकल पाजदान

मिडफील्डर : जाकुब ब्लास्केवोस्की, जाकेक गोलारस्की, कामिल ग्रोसिकी, ग्रेजगोर्ज क्रेचोवियाक, रफाल कुर्जावा, कारोल लिनेटी, स्लावोमीर पेस्को, मेकेइज रेबुस, पियोटर जिएलिंस्की

फारवर्ड : डेविड कोवनाकी, रॉबर्ट लेवांडोस्की, अर्कादिउस्ज मिलिक, लुकाज टियोडोर्की।

सेनेगल:-

गोलकीपर : डिएलो, नडियाये, गोमिस,

डिफेंडर : सिस, काउलीबाली, कारा, साबाली, गासामा, एम. वागुए,

मिडफील्डर : गाना, एस, साने, सी. काउयाते

फॉरवर्ड : साउ, मामे डियाफे, सादियो माने, कोनाटे, साखो, इस्माइला, नियांग, केइटा ब्लाडे।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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