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फीफा विश्व कप : पुर्तगाल के सामने उरुग्वे की मुश्किल चुनौती (प्रीव्यू)

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सोचि, 29 जून (आईएएनएस)| फीफा विश्व कप का 21वां संस्करण धीरे-धीरे अपने असल रंग में आ रहा है। ग्रुप दौर खत्म हो चुका है और शनिवार से नॉकआउट दौर शुरू हो रहा है और अंतिम-16 के मैच में फिश्ट स्टेडियम में पुर्तगाल का सामना दो बार की विश्व विजेता उरुग्वे से होगा। कायदे से असल विश्व कप की शुरुआत प्री-क्वार्टर फाइनल से हो रही है। यहां किसी भी टीम को दोबारा मौका नहीं मिलने वाला है। एक हार और विश्व विजेता बनने का सफर खत्म। ऐसे में हर टीम कदम फूंक-फूंक कर रखेगी और अपनी रणनीति पर पूरी मशक्कत करेगी।

पुर्तगाल और उरुग्वे भी जानती हैं कि अब सिर्फ जीत ही उन्हें विश्व कप की रेस में बनाए रख सकती है। विश्व कप में पहली बार है, जब ये दोनों टीमें आमने-सामने हो रही हैं। वैसे कुल तीन बार ये दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खेल चुके हैं।

दोनों टीमें एक-दूसरे की क्षमता को जानती हैं, इसलिए बेहद अहम मैच में विपक्षी टीम को हल्के में लेने की गलती नहीं करेंगी।

पुर्तगाल के पास अभी तक विश्व कप की ट्रॉफी नहीं आई है। इस समय उसकी टीम में विश्व फुटबाल के महान खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं और उन्हीं के दम पर पुर्तगाल विश्व कप जीतने का सपना देख रही है। लेकिन सिर्फ रोनाल्डो पर निर्भर रहना उसे भारी पड़ सकता है।

टीम ने हालांकि मैच दर मैच अपने खेल में सुधार किया है और बाकी खिलाड़ियों ने भी टीम में अपना योगदान दिया है। गोल हालांकि रोनाल्डो ने ही ज्यादा किए हैं। उन्होंने अभी तक चार गोल किए हैं, जबकि पूरी टीम ने ग्रुप दौर में पांच गोल दागे हैं।

पुर्तगाल की आक्रमण पंक्ति मजबूत हुई है और यही उरुग्वे के लिए खतरा बन सकती है।

वहीं अगर उरुग्वे की बात की जाए तो टीम का दोरामदार हमेशा की तरह लुइस सुआरेज और एडिन कवानी पर होगा। इन दोनों के अलावा टीम की ताकत उसका डिफेंस रहा है। उरुग्वे ने ग्रुप दौर के तीन मैचों में एक भी गोल नहीं खाया। यह बताता है कि उसकी रक्षापंक्ति कितनी सफल रही है। हालांकि ग्रुप दौर में मिस्र को छोड़कर कोई भी ऐसी टीम नहीं थी, जिसका अटैक बेहद मजबूत हो या उसके पास विश्व का दिग्गज खिलाड़ी है। मिस्र में हालांकि मोहम्मद सलाह थे जिनको उरुग्वने रोके रखा था।

अब उसके डिफेंस के सामने रोनाल्डो की बेहद मजबूत चुनौती है जो कहीं से भी किसी भी वक्त गोल करने का माद्दा रखते हैं। उरुग्वे के कोच ऑस्कर तबारेज ने रोनाल्डो के लिए रणनीति तैयार कर ली होगी। अब देखना यह है कि उनकी रणनीति कितनी कारगर साबित होती है और उनके खिलाड़ी उस रणनीति को मैदान पर लागू कर पाते हैं या नहीं।

वहीं पुर्तगाल के डिफेंस को भी चुनौती का सामना करना होगा। सुआरेज भी विश्व फुटबाल का बड़ा नाम हैं। उन्हें रोकना मतलब उरुग्वे को काफी तक मैच से बाहर रखना।

टीमें :

पुर्तगाल टीम : गोलकीपर : एंथोनी लोपेज, बेटो और रुई पैट्रीसियो।

डिफेंडर : ब्रूनो आल्वेस, सेड्रिक सोआरेस, जोसे फोंते, मारियो रुई, पेपे, राफेल गरेरो, रिकाडरे परेरा, रुबेन दियास।

मिडफील्डर : आंद्रेस सिल्वा, ब्रूनो फर्नांडेस, जाओ मारियो, जाओ मोटिन्हो, मैनुअल फर्नांडिस, विलियम कार्वाल्हो।

फारवर्ड : आंद्रे सिल्वा, बनार्डो सिल्वा, जेल्सन मार्टिन्स, गोनकालो गुएडेस, रिकाडरे क्वारेसमा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो।

उरुग्वे : गोलकीपर : मार्टिन कम्पाना, फनाडरे मुस्लेरा, मार्टिन सिल्वा।

डिफेंडर : मार्टिन सेसेरस, सेबेस्टियन कोएट्स, जोस मारिया गिमेंज, डिएगो गोडिन, मेक्सिमिलियानो पीयरा, गेस्टन सिल्वा, गुइलेरमो वरेला।

मिडफील्डर : जिर्योजियन डी एरास्कीटा, रोड्रिगो बेंटाकुर, डिएगो लेक्जेल्ट, नाहितन नांदेज, क्रिस्टियन रोड्रिगेज, कार्लोस सांचेज, लुकास टोरीयरा, मेटियास वेसीनो, जोनाथन यूरेताविस्कय।

फारवर्ड : एडिंसन कवानी, मेक्सिमिलियानो गोमेज, लुइज सुआरेज, क्रिस्टियन स्टॉनी।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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