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जियो इस्तेमाल करने वालों के लिए खुशखबरी, खबर पढ़ने के बाद आ जाएगी चेहरे पर मुस्कान

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जियो

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नई दिल्ली। अगर आप जियो का नेटवर्क इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर पढ़कर आप ख़ुशी से झूम उठेंगे। इंटरनेट स्पीड के मामले में जियो ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों आइडिया, एयरटेल और वोडाफोन को पीछे छोड़ दिया है। इसके साथ ही इंटरनेट स्पीड के मामले में जिओ नंबर वन टेलीकॉम कंपनी बन गई है।

टेलीकॉम रेगूलेटरी ट्राई के माईस्पीड पोर्टल के अनुसार अप्रैल में जियो की डाउनलोड स्पीड 19 एमबीपीएस रही। वहीं एयरटेल का एवरेज डाउनलोड स्पीड 9.3 एमबीपीएस रहा। जियो की ये स्पीड एयरटेल की स्पीड से लगभग दोगुनी है। इसके अलावा वोडाफोन और आइडिया की डाउनलोड स्पीड क्रमश : 6.8 एमबीपीएस और 6.5 एमबीपीएस रही है।

वहीं इस अवधि में आइडिया की अपलोड स्पीड सबसे अधिक यानी 6.3 एमबीपीएस रही. वहीं वोडाफोन की अपलोड स्पीड 5.2 एमबीपीएस , जियो की 4.8 एमबीपीएस और एयरटेल की 3.8 एमबीपीएस रही।

आम यूजर के लिए डाउनलोड स्पीड ज्यादा मायने रखती है। यूजर के वीडियो देखना, ब्राउजिंग जैसे़ काम में डाउनलोड स्पीड ही मायने रखती है। पिछले कई महीने से रिलायंस जियो इस लिस्ट में नंबर वन है वहीं एयरटेल उसकी कड़ी प्रतिद्वंदी है और दूसरे नंबर पर काबिज है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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