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प्रादेशिक

सीमा पर शांति सुनिश्चित करेंगे : मुफ्ती

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जम्मू। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने सोमवार को कहा कि सीमा पार से होने वाली गोलीबारी एक बड़ी चुनौती है और वह पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति सुनिश्चित कराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। मुफ्ती ने सोमवार को राज्य विधान परिषद में कहा कि जम्मू क्षेत्र में वर्ष 2002 से 2010 तक सीमा पार से संघर्ष विराम के उल्लंघन की कोई घटना नहीं हुई थी।

उन्होंने कहा कि हमें समस्या को सुलझाना होगा और सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए शांति सुनिश्चित करनी होगी। मुफ्ती ने कहा, “हमारी सीमा पर रहने वाले किसान सबसे ज्यादा पीड़ित हैं, क्योंकि सीमा पार से होने वाली गोलीबारी में उनकी फसलें बर्बाद हो जाती हैं और उनकी जानें जोखिम में पड़ जाती हैं।” मुफ्ती ने ये बातें जम्मू क्षेत्र के जम्मू, सांबा, कठुआ जिलों में पाकिस्तान के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार से होने वाली गोलीबारी पर चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान से शांति रखने का वचन लेंगे। मैं सुनिश्चित करूंगा कि हमारे सीमावर्ती इलाकों में शांति लौट आए।”

वर्ष 2003 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए द्विपक्षीय संघर्ष विराम समझौते का पिछले दो-तीन वर्षो तक सही ढंग से पालन हुआ। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के दोनों ओर अर्थात भारत में नियंत्रण रेखा और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रह रहे हजारों ग्रामीणों का जीवन काफी हद तक सामान्य रहा। वर्ष 2013 से पाकिस्तान के सैनिक लगातार भारतीय सीमा सुरक्षा बलों और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले स्थानीय लोगों को निशाना बनाते आ रहे हैं। सीमा पार से होने वाली इस गोलीबारी के कारण अक्सर हजारों ग्रामीण अपने घरों और खेतों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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