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खेल-कूद

डिया ओपन के फाइनल में डैन से भिड़ना चाहते हैं श्रीकांत

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नई दिल्ली| शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने उम्मीद जताई है कि मंगलवार से शुरू हो रहे 275,000 डॉलर इनामी राशि वाले इंडिया ओपन सुपरसीरीज के पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में वह जगह बनाने में कामयाब होंगे और वहां उनका सामना दो बार के ओलंपिक चैम्पियन लिन डैन से होगा। चीन के डैन हालांकि पूर्व में दो बार श्रीकांत को हरा चुके हैं। पिछले साल लेकिन नवंबर में चौथे वरीयता प्राप्त श्रीकांत चीन ओपन के फाइनल में डैन पर विजय हासिल करने में कामयाब रहे थे। श्रीकांत ने सोमवार को कहा, “मुझे उम्मीद है कि एक बार फिर फाइनल में उनसे सामना होगा। डैन पर पिछली जीत से मुझे काफी फायदा हुआ। विश्व के एक महान खिलाड़ी को उसी के देश में हराने से निश्चित तौर पर आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। मुझे पूरा भरोसा है कि मैं यहां भी अच्छा प्रदर्शन करूंगा।”

श्रीकांत बुधवार को टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में थाईलैंड के तानोंग्साक साएनसोम्बूंसुक से भिड़ेगे। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह तीसरा मुकाबला होगा। पूर्व में दोनों एक-दूसरे के खिलाफ एक-एक मैच जीतने में सफल रहे हैं। गौरतलब है कि श्रीकांत पिछले एक साल में अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन में एक शानदार खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। इसके बावजूद समय-समय पर उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी दिखी है। श्रीकांत के अनुसार, “मैं अपने खेल पर लगातार मेहनत कर रहा हूं। मेरे विचार में मैं अच्छा खेल भी रहा हूं। अपने किसी भी मैच के एक दिन पूर्व मैं अपने प्रतिद्वंद्वी के खेल के बारे में जरूर अध्ययन करता हूं।”

इंडिया ओपन में भारतीय खिलाड़ियों के संभावित प्रदर्शन के बारे में श्रीकांत ने कहा, “निश्चित तौर पर अपने देश में खेलने का फायदा मिलता है। पिछली बार जब हम थॉमस और उबेर कप यहां खेले थे तो बड़ी संख्या में प्रशंसक हमारा उत्साह बढ़ा रहे थे।”

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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