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मुख्य समाचार

महाराष्ट्र में हर्षोल्लास से मनाया गया 72वां स्वतंत्रता दिवस

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मुंबई, 15 अगस्त (आईएएनएस)| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने आधिकारिक आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उन्होंने बाद में राज्य सरकार के मुख्यालय पर भी तिरंगा फहराया। औपचारिक समारोह में मंत्रीमंडल में उनके साथी, शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

मुंबई के मेयर विश्वनाथ महादेश्वर ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) मुख्यालय पर तिरंगा फहराया।

सरकार के सहयोगी दल शिवसेना के नेता शिरीश शिंदे ने मुंबई में आधी रात को दो स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए। मुलुंड में वरिष्ठ नेता और अभिनेता आदेश बांडेकर और घाटकोपर में एक दिव्यांग व्यक्ति ने तिरंगा फहराया।

दोनों उप नगरीय क्षेत्रों में बुधवार सुबह तक जारी रहे कार्यक्रमों में शिवसेना के कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त स्थानीय लोगों ने भी सक्रियता से भाग लिया।

पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक डी.के. शर्मा ने तिरंगा फहराते हुए रेलवे सुरक्षा बलों (आरपीएफ) की मोटरबाइक रैली को हरी झंडी दिखाई। रैली का आयोजन पश्चिम रेलवे के मार्ग पर महिलाओं, बच्चों और अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए शुरू की गई हैल्पलाइन सेवा 182 को लोकप्रिय करने के लिए किया गया था। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद रेलवे अधिकारियों और अन्य कर्मियों को संबोधित किया।

विपक्षी महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने भी अपने-अपने कार्यालयों पर कार्यक्रम आयोजित करते हुए तिरंगा फहराए। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

पार्टी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी से आजादी, सहिष्णुता और एकता के अहसास की भावना को संजोने का आह्रान किया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और पार्टी के मुंबई प्रमुख सचिन अहीर ने मुंबई में पार्टी मुख्यायल पर तिरंगा फहराया।

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अपने संदेश में कहा, भारत की मिश्रित अनेकता हमारी शक्ति है और किसी को भी भारत की आत्मा को बांटने ना दें।

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नगर प्रमुख राजेश लोया ने विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें बड़ी संख्या में आरएसएस कार्यकर्ता, जनता, पुलिस और अन्य लोगों ने भाग लिया।

नगर के अन्य हिस्सों के साथ-साथ पुणे, औरंगाबाद, नागपुर, कोल्हापुर तथा प्रदेश के अन्य जिलों में भी स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया।

कुछ क्षेत्रों में आसमान पर बादल छाने और बारिश होने के बावजूद राज्य भर में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, आवासीय परिसरों, सरकारी एवं निजी कंपनियों, सशस्त्र बलों और अन्य संगठनों में धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया गया।

किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य की पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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