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मुख्य समाचार

मप्र में रोज 92 बच्चों की मौत हो रही कुपोषण से : आप

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इंदौर, 4 सितंबर (आईएएनएस)| आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं ने मध्य प्रदेश में कुपोषण की बढ़ती दर पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि राज्य में हर रोज 92 बच्चे कुपोषण के कारण दम तोड़ देते हैं। मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल और राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने मंगलवार को इंदौर जोन के जावरा, रतलाम, मंदसौर और नीमच में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की। इस दौरान अग्रवाल और गुप्ता ने कहा कि प्राकृतिक रूप से संपन्न मध्य प्रदेश में रोजाना दर्जनों बच्चों की मौत कुपोषण से होना गंभीर चिता का विषय है।

रतलाम में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए आलोक अग्रवाल ने प्रदेश की जर्जर शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल करते हुए कहा कि सरकार ने 25000 से ज्यादा सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया है। वर्तमान में 90 प्रतिशत स्कूलों में बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। स्वास्थ्य की ष्टि से भी प्रदेश सरकार नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने में नाकाम रही है।

उन्होंने कहा, प्रदेश में आवश्यकता के अनुपात में महज 50 प्रतिशत अस्पताल हैं। जो हैं, उनमें भी आधे से ज्यादा में डॉक्टर नहीं हैं। प्रदेश में 92 बच्चों की मौत हर रोज कुपोषण के कारण हो जाती है।

राज्ससभा सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने कई जनोपयोगी योजनाओं की शुरुआत की है। इनका लाभ मध्यम वर्ग से लेकर गरीबों तक पहुंच रहा है। दिल्ली में सभी निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटें आथक रूप से कमजोर वर्ग के लिए सरकार की ओर से आरक्षित हैं।

उन्होंने बताया कि सभी निजी अस्पतालों में भी 10 प्रतिशत बिस्तर दिल्ली सरकार की ओर से जरूरतमंदों के लिए आरक्षित हैं। केंद्र सरकार के प्रतिनिधि उपराज्यपाल की वजह से हुई देरी के बावजूद दिल्ली सरकार 200 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक खोल चुकी है, जहां 100 से ज्यादा प्रकार की दवाएं मुफ्त दी जाती हैं। 150 से ज्यादा जांचें मोहल्ला क्लीनिक में अमीर-गरीब का फर्क किए बगैर मुफ्त में की जाती हैं। दिल्ली सरकार की कुल 1500 मोहल्ला क्लीनिक खोलने की योजना है।

रतलाम के लोकेंद्र भवन में दिगम्बर जैन समाज की ओर से आयोजित मुनिश्री प्रणाम सागर के वचन कार्यक्रम में उपस्थित सांसद गुप्ता ने कहा, हम यदि अपने शरीर की सारी बुराइयों को छोड़ देंगे, तो स्वयं एवं परिवार के लिए काफी अच्छा महसूस करेंगे।

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नेशनल

क्या रद्द होगी राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता ?

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नई दिल्ली। राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की भी नागरिकता है और इसलिए उनकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जानी चाहिए.’ एस विग्नेश शिशिर ने यह दावा करते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को फैसला करने का निर्देश दिया. इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने कहा, ‘याचिकाकर्ता की तरफ से कुछ दस्तावेज गृह मंत्रालय को मिले हैं और वह इस पर विचार कर रहा है कि राहुल गांधी की नागरिकता रद्द की जानी चाहिए या नहीं.’

जस्टिस एआर मसूदी और सुभाष विद्यार्थी की डिविजन बेंच ने अपर सॉलिसिटर जनरल एसबी पांडेय को निर्देश दिया कि वो तीन हफ्ते के अंदर इस बारे में गृह मंत्रालय से निर्देश प्राप्त करें और अगली तारीख पर इसका जवाब पेश करें. इस मामले की सुनवाई अब 19 दिसबंर को रखी गई है.

मामले की पूरी जानकारी

राहुल गांधी की नागरिकता से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ जब लखनऊ हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया कि राहुल गांधी के पास ब्रिटिश नागरिकता है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर ने दावा किया कि उन्होंने गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि राहुल गांधी के पास यूके की नागरिकता है। शिशिर ने यह भी कहा कि उनके पास कुछ गोपनीय जानकारी है, जिससे यह साबित होता है कि राहुल गांधी का विदेशी नागरिकता प्राप्त करना कानून के तहत भारतीय नागरिकता को रद्द करने का कारण हो सकता है।

पहले इस मामले में शिशिर की याचिका को जुलाई 2024 में खारिज कर दिया गया था, लेकिन इसके बाद शिशिर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास शिकायत की थी, जिसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया। फिर से इस मामले को अदालत में लाया गया और अब गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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