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प्रादेशिक

सब्जी और फूलों के रंग से बनी मोदी की तस्वीर!

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भोपाल | देश के राजनीतिक क्षितिज पर उभरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव से अन्य लोगों की ही तरह तूलिका से चित्र बनाने में महारथी राज सैनी भी नहीं बच पाए हैं। उन्होंने सब्जी और फूलों से रंग तैयार कर उनसे मोदी की तस्वीर बनाई है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इस कलाकार ने चुकंदर, हरि धनिया, चायपत्ती, गुलाब के पंखुड़ी, पीले गेंदा, नील, हल्दी आदि के रस से रंग तैयार कर मोदी की तस्वीर बनाई है। लगभग तीन फुट ऊंची और दो फुट चौड़ी पेंटिंग शीट पर मोदी की तस्वीर बनाने में सैनी को महज चार घंटे ही लगे। महिला उत्पीड़न से लेकर पानी के संरक्षण सहित विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर रंगों और ब्रश के जरिए अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करने वाले सैनी ने कहा कि देश के लोगों को प्रधानमंत्री मोदी से बहुत उम्मीदें हैं, जनभावनाओं से वह अपने को अलग नहीं कर पाए और उन्होंने मोदी की पेंटिंग बना डाली। सैनी ने आगे कहा, “मोदी को जब से देश की कमान मिली है, तभी से लोग उनमें बड़ी संभावनाएं देख रहे हैं। लोगों को लगता है कि देश बदल जाएगा, महंगाई पर अंकुश लगेगा, भ्रष्टाचार दूर होगा और सभी का जीवन सुखमय हो जाएगा। कलाकार का भी अपना मनेाविज्ञान होता है, वो जो देखता है, उसे वह अपने तरीके से व्यक्त करता है, मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ। मोदी के तैलीय चित्र बनाए हैं, साथ ही एक अलग तरह की पेंटिग बनाई जो पर्यावरण के अनुकूल है।”

जवाहर बाल भवन में संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करके सात हजार रुपये की पगार पाने वाले सैनी ने बीते 20 वर्षो में दो हजार से ज्यादा पेंटिंग बनाई है। वह जिस कक्ष में बैठकर बच्चों को कला के गुर सिखाते हैं, उस कक्ष में पंडित जवाहर लाल नेहरु, रवींद्रनाथ टैगोर से लेकर कई महान विभूतियों की उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग लगी है। सैनी बताते हैं कि राजनीति से लेकर बॉलीवुड के क्षेत्र की कई बड़ी हस्तियों के घरों में उनकी बनाई पेंटिंग लगी है। हर किसी ने उनकी कला को सराहा तो है, मगर इस विधा को बढ़ाने में उनका साथ किसी ने नहीं दिया। उनमें सरकारी मशीनरी से लेकर सत्ता से जुड़े लोगों से इस बात को लेकर नाराजगी है कि बातें हर कोई करता है, मगर कला को बढ़ाने में किसी की दिलचस्पी नहीं है।

कला के धनी सैनी के नाम कई रिकार्ड हैं। उन्होंने लगातार 72 घंटे तक पेंटिंग बनाने का रिकार्ड कायम किया है। इसी तरह गायक किशोर कुमार की जयंती पर लगातार 24 घंटे में किशोर दा के 12 चित्र बनाए। सैनी अब अपनी कला बच्चों तक पहुंचाने के अभियान में लगे हैं। उनका कहना है कि आज दौर ब्रांड का बन गया है, ब्रांड बिकता है, अगर कोई स्थापित व्यक्ति मिट्टी भी बेचे तो बिक जाएगी, मगर सामान्य व्यक्ति सोना भी बेचे तो खरीददार नहीं मिलेंगे। ऐसा ही कुछ उनके साथ हुआ है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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