Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

जम्मू-कश्मीर में बाढ़, पीएम मोदी ने दिया हालात का जायजा लेने का निर्देश

Published

on

kashmir flood

Loading

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर सालभर के भीतर एक बार फिर बाढ़ की चपेट में है। राज्य की कश्मीर घाटी में पिछले चार दिनों से भारी बारिश व बर्फबारी के कारण हालात खतरनाक स्तर तक पहुंच चुके हैं। कश्मीर में झेलम नदी उफान पर है। संकटपूर्ण स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार को घाटी के बाढ़ से प्रभावित होने की घोषणा की। हालात खराब होने कारण लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में अपने घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं। अधिकारी पहाड़ी जलधाराओं और झेलम नदी के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। घाटी में बाढ़ के मौजूदा हालात ने वर्ष 2014 में वहां आई बाढ़ की याद दिला दी है, जिसके कारण यहां भारी तबाही हुई थी और सैकड़ों लोगों की जान गई थी। कश्मीर में बाढ़ आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को राज्य में जाकर वहां हालात का जायजा लेने और बेमौसम बरसात से हुए किसानों के नुकसान का आकलन करने के लिए कहा है। वह सोमवार को कश्मीर जाएंगे और शाम तक पीएम को हालात की रिपोर्ट सौंपेंगे।

एक शीर्ष संभागीय प्रशासनिक नेता ने बताया कि सोमवार को अनंतनाग में संगम पर जलस्तर 22.8 फुट, श्रीनगर के राम मुंशीबाग पर 19 फुट और बांदीपोरा में अशिम पर 11.55 फुट दर्ज किया गया। सभी अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात रहने और आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध रहने के आदेश दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि झेलम नदी के तट पर बसे परिवारों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। श्रीनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों जैसे राजबाग, जवाहर नगर, गोगजीबाग, वजीर बाग सहित कई जगहों पर रहने वाले लोग रविवार शाम से ही सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं।

रेजीडेंसी रोड और लाल चौक पर दुकान लगाने वाले व्यवसायियों को दुकान का माल और सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाते देखा गया। बीते साल (2014) सितंबर महीने में घाटी में आई भयंकर बाढ़ में भी ये इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए थे। घाटी में भारी वर्षा के कारण बीते दो दिनों में 80 से ज्यादा सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को क्षति पहुंची है। घाटी को देश के अन्य हिस्से से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग को शनिवार को बंद कर दिया गया। जम्मू में अधिकारियों ने कहा कि राजमार्ग सोमवार को भी बंद रहेगा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर हिमस्खलन की भी आशंका को लेकर चेतावनी जारी की गई है। राज्य में सभी परीक्षाओं को तीन अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। घाटी में अंतर-राज्य संपर्क भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

श्रीनगर-गुलमर्ग, श्रीनगर-कुपवाड़ा और श्रीनगर-बांदीपोरा मार्गो को बाढ़ के कारण बंद करना पड़ा है। पुल और छोटी पुलिया बाढ़ में डूब चुके हैं। मौसम विभाग ने सोमवार के बाद मौसम में सुधार होने का पूर्वानुमान जताया है। स्थानीय मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने बताया कि सोमवार के बाद से बारिश कम होगी। एक और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव राज्य में दो अप्रैल को हो सकता है, लेकिन वह मौजूदा विक्षोभ से कम प्रभावी होगा।

नेशनल

केरल के कन्नूर जिले में चोरों ने व्यवसायी के घर से उड़ाए एक करोड़ रुपये, सोने के 300 सिक्के

Published

on

Loading

कन्नूर। केरल के कन्नूर जिले में चोरों के एक गिरोह ने वालापट्टनम में एक व्यवसायी के घर से एक करोड़ रुपये की नकदी और सोने की 300 गिन्नियां चुरा लिए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।पुलिस के मुताबिक चोरी की यह घटना उस समय हुई जब व्यवसायी और उसका परिवार एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए तमिलनाडु के मदुरै गए हुए थे। उन्होंने बताया कि चोरी का पता तब चला जब रविवार रात को व्यवसायी का परिवार घर लौटा और लॉकर में रखा कीमती सामान गायब पाया।

सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा

पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर के सभी लोग 19 नवंबर से ही घर से बाहर थे। और संदेह है कि चोरों ने रसोई की खिड़की की ग्रिल काटकर घर में प्रवेश किया। सीसीटीवी फुटेज में तीन लोगों को दीवार फांदकर घर में घुसते देखा जा सकता है।

चोरों को लिए गए फिंगरप्रिंट

पीड़ित परिवार के एक रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान आलमारी में बंद करके रखे गए थे। इसकी चाबी दूसरे कमरे में रखी गई थी। पुलिस और ‘फिंगरप्रिंट’ (अंगुलियों के निशान) लेने वाले विशेषज्ञों की एक टीम घर पहुंची और सुबूत एकत्र किए तथा आरोपियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

Continue Reading

Trending