Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

पंजाब में फल-फूल रही 5000 साल पुरानी ज्योतिष परंपरा

Published

on

Loading

होशियारपुर| पंजाब में यहां लगभग पांच हजार साल पुरानी ज्योतिष परंपरा आज तक फल-फूल रही है। इसे मानने वाले देश ही नहीं, कई देशों के लोग हैं, जो भारत आने पर इसका लाभ लेने से नहीं चूकते। राजनीतिज्ञ से लेकर फिल्म अभिनेता तक ज्योतिषियों की गली आकर अपना भूत-भविष्य पता कर चुके हैं।

पंजाब के रेलवे मंडी इलाके में एक पता पूछने पर आपको शायद ही कोई जवाब दे, लेकिन अगर आप ‘भृगु’ नाम लें तो झटपट पते का इशारा मिल जाएगा।

भृगु शास्त्री को ढूंढने वालों के लिए ‘भृगुअन दी गली’ (भृगु ज्योतिषियों का रास्ता) ही मंजिल है। यहां तक पहुंचने वालों में देश के विभिन्न हिस्सों के लोग ही नहीं, बल्कि विदेशी भी शामिल हैं।

तकनीक के इस दौर में आधुनिक ज्योतिषियों द्वारा इंटरनेट से भीषण चुनौतियां मिलने के बावजूद ये ‘भृगु संहिता’ पर ही भरोसा करते हैं। भृगु संहिता लगभग पांच हजार साल पुराना एक धार्मिक ग्रंथ है, जिसे ऋषि भृगु ने लिखा था।

भृगु शास्त्री रामानुज शर्मा ने यहां आईएएनएस से कहा, “देश व दुनिया भर से लोगों का यहां आना जारी है। यहां आने वाले लोगों में विदेशी व एनआरआई भी हैं।”

संस्कृत में डॉक्टर की उपाधि रखने वाले शर्मा ने कहा, “भृगु परंपरा में विदेशी अपार विश्वास करते हैं। वे पारंपरिक संकल्पनाएं जैसे बृघु ज्योतिष, ध्यान व शाकाहारवाद सीखते हैं। हर धर्म के लोग भृगु परंपरा को मानते हैं।”

उन्होंने कहा कि भृगु संहिता तीन परिवारों के साझा भंडार में सुरक्षित रखा गया है।

शर्मा ने कहा, “ग्रंथ को एक स्टोर रूम में रखा गया है और वह कई टन वजनी है। उपलब्ध पृष्ठों के लिए एक सूचकांक तैयार किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर संबंधित हिस्से को देखा जा सके।”

जब कोई व्यक्ति भृगु शास्त्री को अपना नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम जैसी जानकारियां देता है, उसके बाद भृगु संहिता में उससे संबंधित जानकारियां ढूंढी जाती हैं।

उन्होंने कहा, “जब नाम मिल जाता है, तो व्यक्ति को बुलाया जाता है और उसे उसका अतीत व भविष्य बताया जाता है।”

राजनीतिज्ञ जैसे पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी तथा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लास एवं फिल्म अभिनेताओं में धर्मेद्र, हेमा मालिनी, संजय दत्त जैसे सितारे भृगु शास्त्रियों से यहां आकर मिल चुके हैं। लेकिन गं्रथ से सभी के बारे में जानकारियां प्राप्त नहीं की जा सकीं।

होशियारपुर के एक निवासी भगवंत सिंह ने आईएएनएस से कहा, “मैंने अपना रिकॉर्ड चेक किया है। उसका कुछ हिस्सा सही था, जबकि मेरे जीवन के कुछ पहलू उसमें मौजूद नहीं थे। मैं आंखें मूंदकर उसमें विश्वास नहीं कर सकता। लेकिन कुछ लोग इस पर बेहद विश्वास करते हैं।”

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending