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अन्नाद्रमुक-पीएमके में चुनावी समझौता, पीएमके 7 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी चुनाव(
चेन्नई, 19 फरवरी (आईएएनएस)| तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) व पट्टल मक्कल काची (पीएमके) ने मंगलवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी गठबंधन पर मुहर लगा दी। सहमति के तहत पीएमके सात संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में व राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। चुनाव गठबंधन समझौते पर हस्ताक्षर के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उप मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने कहा, “2019 के लोकसभा चुनावों के लिए अन्नाद्रमुक की अगुवाई वाले गठबंधन के तहत पीएमके को सात लोकसभा सीटें मिली हैं। पीएमके को एक राज्यसभा सीट भी मिलेगी।”
पन्नीरसेल्वम ने कहा, “पीएमके 21 निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले विधानसभा उप चुनावों में अन्नाद्रमुक को समर्थन देगी।”
पीएमके संस्थापक एस.रामदॉस ने संवाददाताओं से कहा, “यह एक बड़ा व मजबूत गठबंधन है जो लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगा।”
उन्होंने कहा कि पार्टी ने कई शर्तें रखीं हैं, जिसे अन्नाद्रमुक को पूरा करना है।
रामदॉस ने कहा कि अन्नाद्रमुक से किए गए आग्रह में, कावेरी डेल्टा क्षेत्र को संरक्षित क्षेत्र घोषित करने, जाति आधारित जनसंख्या सर्वे करने, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या मामले में दोषी करार दिए गए सात लोगों को रिहा करने, सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना का क्रियान्वयन करने, कर्नाटक को मेकादातू में कावेरी पर बांध बनाने से रोकने, किसानों की कर्जमाफी व सामान्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट से राज्य को छूट देने पर कदम उठाना शामिल है।”
पीएमके अपनी शराबबंदी की नीति पर अडिग है, जबकि अन्नाद्रमुक सरकार ऐसा करती नजर नहीं आती।
बाद में एक बयान में रामदॉस ने गठजोड़ के लिए तर्क दिए, “पीएमके व अन्नाद्रमुक तमिलनाडु की भलाई व इसके लिए योजनाओं के लिए साथ चुनाव लड़ने पर सहमत हुईं हैं।”
रामदॉस के अनुसार, अन्नाद्रमुक सरकार ने पीएमके के बहुत से सुझावों को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, पीएमके साल 2011 के बाद से अन्नाद्रमुक या द्रमुक के साथ गठबंधन करने के पक्ष में नहीं थी लेकिन तब से राज्य के अधिकारों में कई तरह से कमी हुई है।
पीएमके संस्थापक ने कहा कि पार्टी के पास राज्य के हित को संरक्षित करने के लिए लोकसभा में पर्याप्त संख्या होनी चाहिए।
साल 2016 के विधानसभा चुनावों में अकेले लड़ते हुए पीएमके का 5.6 फीसदी वोट शेयर था और वह एक भी सीट जीतने में सफल नहीं रही थी।
इससे पहले पन्नीरसेल्वम व अन्नाद्रमुक संयुक्त समन्वयक व मुख्यमंत्री के.पलनीस्वामी ने पीएमके संस्थापक एस.रामदॉस का होटल के पोर्टिको में स्वागत किया व अपने साथ अंदर ले गए।
तमिलनाडु में 39 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं और पुडुचेरी में एक, इस तरह से कुल 40 सीटें हैं।
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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