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अगले 2 साल तक भारत की विकास दर 7.3 फीसदी : मूडीज
नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)| वैश्विक अर्थव्यवस्था में आगे जहां 2019 और 2020 में कमजोरी आने की संभावना है, वहीं भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर दोनों वर्षो के दौरान 7.3 फीसदी रह सकती है, क्योंकि वैश्विक आर्थिक मंदी का खतरा इस पर कम रहेगा। यह अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज का आकलन है। अमेरिकी रेटिंग एजेंसी ने अपनी तिमाही रिपोर्ट ‘ग्लोबल मैक्रो आउटलुक-2019’ में कहा है, “हम उम्मीद करते हैं कि भारत की आर्थिक विकास दर दोनों साल 7.3 फीसदी रहेगी।”
रेटिंग एजेंसी का यह अनुमान कैलेंडर वर्ष (जनवरी-दिसंबर) पर आधारित है।
वैश्विक आर्थिक विकास की रफ्तार मंद पड़ने के खतरों और 2019 में मौद्रिक नीति सामान्यीकरण सुस्त रहने का जिक्र करते हुए रेटिंग एजेंसी ने कहा है, “वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में वैश्विक अर्थव्यवस्था काफी कमजोर हो गई और इसमें 2019 से लेकर 2020 तक सुस्ती जारी रहेगी।”
रेटिंग एजेंसी ने हालांकि कहा है कि भारत और इंडोनेशिया अपेक्षाकृत स्थिर दर से आर्थिक विकास हासिल करने को तैयार हैं।
एजेंसी ने कहा है, “हालांकि अछूते नहीं रहते हुए भी भारत और इंडोनेशिया पर दुनियाभर में विनिर्माण क्षेत्र के व्यापार में मंदी का असर एशिया की अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और उभरते बाजारों की अपेक्षा कम होगा।”
मूडीज ने कहा कि इस साल चुनाव से पहले घोषित सरकारी खर्च से उपभोग में वृद्धि होने से आने वाले समय में भारत के आर्थिक विकास को सपोर्ट मिलेगा। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पिछले साल थोड़ा सख्त रवैया अपनाने के बाद आगे मौजूदा मौद्रिक नीति के रुख पर कायम रहेगा।
फरवरी में पेश अंतरिम बजट में सरकार ने संकटग्रस्त किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की और मध्यम वर्ग के आयकरदाताओं को कर में राहत प्रदान की।
एजेंसी ने कहा, “किसानों के लिए सीधा नकदी हस्तांतरण कार्यक्रम और मध्यवर्ग को कर राहत प्रदान करने के कदमों से सरकार का वित्तीय खर्च जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का 0.45 फीसदी बढ़ जाएगा।”
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महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात
महाकुम्भनगर| महाकुम्भ में पहली बार चप्पे चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किया गया है। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुम्भनगर में लगाया गया है। महाकुम्भनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।
हर गतिविधि होगी कैप्चर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुम्भ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुम्भनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।
महाकुम्भ पुलिस की तीसरी आंख से बच पाना नामुमकिन
महाकुम्भनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।
एआई लाइसेंस युक्त कैमरे के साथ पुलिस अफसर मुस्तैद
महाकुम्भ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुम्भनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुम्भनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
ये है टीथर्ड ड्रोन
महाकुम्भनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुम्भनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी कर सकने में सक्षम हैं।
बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम
टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।
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