प्रादेशिक
सोनभद्र नरसंहार: परिजनों ने शव लेने से किया इंकार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बुधवार को जमीन से संबंधित विवाद में खून की नदियां बह गईं। इस भीषण नरसंघार में 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। घटना के बाद मृतकों के परिजन उनका शव लेने से इंकार कर रहे हैं। इंसाफ की गुहार लगाते लोगों ने गुरूवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर प्रदर्शन किया और कहा कि इंसाफ मिलने के बाद ही वह शवों का अंतिम संस्कार करेंगे। फिलहाल पुलिसकर्मी सभी को मानाने में लगे हैं मगर वह मानते हैं या नहीं इसका पता तो आने वक़्त में ही पता चलेगा।
वाराणसी के एडीजी ब्रजभूषण ने बुधवार को बताया की इस नरसंघार के 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही नज़दीकी पुलिस फ़ोर्स मौके पर पहुंची और घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। बता दें कि जमीन की खरीददारी के इस मामले के पीछे बिहार के एक आईएएस के होने की बात सामने आई है।
मूर्तिया गांव आदिवासी बहुल इलाका है। गौड़ बिरादरी के लोग यहां कई पुश्तों से खेती कर हैं। आरोप है कि इस जमीन में से 90 बीघा जमीन बिहार काडर के एक आईएएस अफसर ने खरीदी लेकिन कब्जा करने में वह नाकाम रहा। बाद में उन्होंने यह जमीन मूर्तिया गांव के प्रधान यज्ञदत्त भूरिया को बेच दी। बुधवार दोपहर यज्ञदत्त जमीन पर कब्जा करने पहुंचा था, इसी के बाद लड़ाई हुई और देखते ही देखते 10 परिवारों की खुशियां बिखर गयीं।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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