प्रादेशिक
गडकरी ने दिया विवादित बयान, फिर बयान से पलटे
अमरावती। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों को भगवान या सरकार पर भरोसा करना बंद करने की नसीहत देकर नए विवाद को जन्म दे दिया। हालांकि बाद में गडकरी अपने ही बयान से पलट गए और कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया। उन्होंने सफाई दी कि सरकार किसान की मदद के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए किसानों को खुद आगे आना होगा।
गडकरी के इस बयान पर विपक्ष ने भी कड़ा विरोध जताया। कांग्रेस नेता मीम अफलज ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसान भगवान और सरकार भरोसे न रहे तो किसके भरोसे रहे। फसल को नुकसान से बचाने के लिए सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए। ऐसा बयान देकर गडकरी ने अपना रुख साफ कर दिया है कि सरकार की नीति किसान विरोधी है।
दूसरी तरफ गडकरी अब अपने बयान पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। इससे पहले एक कृषि विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में गडकरी ने किसान समुदाय से अपनी मानसिकता बदलने और सफलता के लिए नई प्रौद्योगिकी अपनाने को कहा था। उन्होंने कहा ‘‘भगवान या सरकार पर भरोसा न करें। किसानों को अपने जीवन में सुधार के लिए खुद की पहल करनी होगी। नवीनतम प्रौद्योगिकी अपना कर अपना जीवन आप खुद बदल सकते हैं।’’
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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