जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बड़ा फैसला किया है। यहां कोरोना अभियान के दौरान इस वायरस से अगर किसी भी सरकारी कर्मचारी की मृत्यु होती है तो उसके परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने पहले मेडिकल स्टाफ सहित कोरोना योद्धाओं को 50 लाख रुपये के चिकित्सा बीमा कवर देने की घोषणा की थी, हालांकि, अब, राज्य सरकार ने इसे अन्य कर्मचारियों के लिए भी बढ़ाया है जो कोरोनावायरस ऑपरेशन का हिस्सा हैं।
राज्य सरकार ने कहा कि अनुबंध के आधार पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी इस वित्तीय सहायता योजना के तहत लाभ दिया जाएगा। पटवारियों, ग्राम सेवकों, कांस्टेबलों, सफाई कर्मचारियों सहित संविदा कर्मचारियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकतार्ओं की तरह मानदेय पर कार्यरत लोगों को भी लाभार्थियों में शामिल किया गया है।
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।