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प्रादेशिक

फूडमैन विशाल सिंह को 7.5 लाख लोगों की निशुल्क सेवा के लिए मिला सम्मान

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विजयश्री फाउंडेशन के प्रबंध संस्थापक फूडमैन विशाल सिंह द्वारा कोविड – 19 काल में 7.5 लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों के लिए किए गए सेवा कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें राजभवन, गांधी सभागार में महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा दिनांक 06.11.2020 को सम्मानित किया। इस मौके पर फूडमैन विशाल सिंह को मंच पर बुलाकर उनके द्वारा किये गये सेवा प्रयासों हेतु अपनी बात रखने के अवसर प्रदान किया।

विशाल सिंह द्वारा राज्यपाल महोदया को समाजिक कार्य कर रहीं संस्थाओं को बुलाकर सम्मानित करने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही लखनऊ के जिलाधिकारी श्री अभिषेक प्रकाश की तारीख करते हुए फूडमैन विशाल सिंह ने कहा कि कोविड-19 में जिलाधिकारी महोदय एवं आपके अधिकारीगण की टीम 24 घण्टे लोगों की सेवा कर रही थी यह उन्ही सार्थक प्रयासों का नतीजा था कि इस महामारी काल में हम जैसे सेवा संगठनों को प्रेरणा मिली और हम प्रभावित लोगों की सहायता हेतु तत्पर हो सकें। विशाल सिंह द्वारा जिलाधिकारी महोदय के रात्रि में दो-दो बजे लोगों की भोजन सेवा के साथ हर संभव मदद की बात को भी इस प्रसंग में जोड़ा गया।

इस कार्यक्रम में कोविड 19 काल में लोगों की मदद करने वाली 21 अन्य संस्थाओं को भी सम्मानित किया गया।

संगठन के लिए हर्ष का विषय यह रहा कि महामहिम राज्यपाल के द्वारा फूडमैन विशाल सिंह को अपने कार्यालय में अतिरिक्त समय देकर उनके कार्यों की तारीफ करते टी.बी., कुपोशित बच्चों की सेवा एवं आंगनबाड़ी विषय आदि मुद्दों पर विशेष चर्चा कर दिशा निर्देश देते हुए अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

बताते चलें कि विजयश्री फाउंडेशन ‘प्रसादम सेवा’ द्वारा वर्ष 2007 से लगातार शहर के विभिन्न अस्पतालों में निःशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा के साथ-साथ मरीजों एवं तीमारदारों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए आवश्यक वस्तुएं प्रदान कर उनकी हर संभव मदद की कर रही है। फूडमैन विशाल सिंह के द्वारा अस्पतालों में भोजन सेवा के अलावा तीमारदारों के ठहरने के लिए रैन बसेरे, वाटर कूलर, स्ट्रेचर व्हील चेयर या फिर कोविड 19 जांच हेतु कोविड टेस्ट बूथ का निर्माण कराया हैं वह अत्यंन्त ही सराहनीय है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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