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प्रादेशिक

वाम दलों की एकजुट आवश्यक : करात

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विशाखापत्तनम | मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का सम्मेलन मंगलवार को शुरू हुआ। सम्मेलन में पार्टी महासचिव प्रकाश करात ने पार्टी को अधिक सशक्त बनाने तथा हाल के वर्षो में पार्टी को हुए नुकसान से उबरने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने वामदलों की एकता का भी आह्वान किया। माकपा की 21वीं कांग्रेस को संबोधित करते हुए करात ने कहा कि दक्षिणपंथी आक्रामकता से मुकाबले के लिए वामपंथी एकता को मजबूत करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “वर्तमान समय में माकपा और वामपंथी दलों की स्वतंत्र शक्ति का विस्तार अत्यावश्यक है। हमें हाल के समय में खासतौर से पश्चिम बंगाल में माकपा और वामपंथी दलों को मिली पराजय से उबरना होगा।” उन्होंने सभी वाम दलों और समूहों को एक बड़े मंच पर एक साथ लाने और वाम नेतृत्व वाले जन संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करने की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “वामपंथी दलों की मजबूत एकता से हम अन्य सभी लोकतांत्रिक ताकतों को एकत्र कर सकते हैं और वामपंथ एवं लोकतांत्रिक दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।”

करात ने कहा कि इस सम्मेलन से लोगों को एक स्पष्ट और सुनिश्चित संदेश जाएगा कि भ्रष्ट एवं सांप्रदायिक व्यवस्था का एकमात्र विकल्प वाम और लोकतांत्रिक विकल्प है। उन्होंने कहा, “हमारे पास केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है, जो कुछ नहीं बस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का राजनीतिक विस्तार है। इसलिए मोदी सरकार, आरएसएस का संयुक्त उपक्रम है।” करात ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हिंदुत्ववादी ताकतों को उनका सांप्रदायिक एजेंडा आगे बढ़ाने का रास्ता दिया है। उन्होंने कहा, “भाजपा और आरएसएस भारतीय संविधान की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक नींव को ध्वस्त करना चाहते हैं।”

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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