Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

हरी सब्जियों के निर्यात का हब बना पूर्वांचल, किसानों की आय भी बढ़ी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मोदी-योगी का किसानों की आय दुगनी करने का संकल्प सफल होता दिखाई दे रहा है। पूर्वांचल की हरी सब्जियों ने एक बार फिर खाड़ी देशों की ओर उड़ान भरना शुरू कर दिया है। दुबई और शारजाह के शेख पूर्वांचल की पौष्टिक सब्जियों का स्वाद चख सकेंगे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान हरी सब्जियों को लेकर उड़ान भर दिया है। दो मीट्रिक टन के कार्गो में परवल, भिंडी, नेनुआ, कुंदरू व सूरन आदि सब्जियां हैं। 2020 में भी लंदन, दुबई, दोहा, कतर जैसे कई देशों में हरी मिर्च, बनारसी लंगड़ा आम, काला चावल निर्यात हो चुका है।

बिचौलियों को बीच से हटा कर किसान खाद्य पदार्थों का अब सीधा निर्यात कर रहा है। जिससे उनको अधिक मुनाफा मिल रहा है। योगी सरकार ने पूर्वांचल के किसानों के लिए एक्सपोर्ट को आसान बना दिया है। किसानों के समूह (FPO ) फार्मर प्रोडूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से किसान बिना बिचौलियों के सीधे निर्यात कर रहे है। जिससे उनको अधिक मुनाफा हो रहा है। सरकार बिचौलियों को बीच से हटा कर किसानों की मेहनत का पूरा पैसा उनको दिलाना चाहती है। इन उपक्रमों के माध्यम से सरकार किसानों की आय दुगनी करने में तेजी से सफल हो रही है। जिसमें खेती का आधुनिकीकरण, किसानों का प्रशिक्षण, अच्छे बीज व खाद की समय से उपलब्धता, दैवीय आपदा में समय से उचित मुआवजा आदि सरकारी सहायताएं शामिल हैं।

क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा डॉ सी.बी सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से इस सीज़न का पहली बार पूर्वांचल के जिलों वाराणसी, प्रयागराज, भदोही से दो मीट्रिक टन हरी सब्जियां यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के दुबई और शारजाह के लिए रवाना हुईं हैं। जिसमें भिंडी, नेनुआ, परवल, कुंदरु और सूरन शामिल हैं। ये सब्जियां भदोही के फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के माध्यम से निर्यात की जा रही हैं। जिसमें करीब 15 -20 किसान जुड़े हैं। जबकि पूर्वांचल में करीब 35 से 40 एफपीओ सक्रिय हैं। जिससे करीब 35 से 40 हजार किसान जुड़ कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending