प्रादेशिक
IPS ने गार्ड ऑफ ऑनर की परंपरा खत्म करने की मांग की
लखनऊ। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश में वरिष्ठ और प्रशासनिक अधिकारियों, तमाम राजनैतिक व्यक्तियों को दिए जा रहे गार्ड ऑफ ऑनर की परंपरा को खत्म करने की मांग की है।
मुख्य सचिव को भेजे पत्र में उन्होंने कहा है कि आज आईजी और ऊपर के अफसरों को 1 उपनिरीक्षक, 2 मुख्य आरक्षी तथा 8 आरक्षी और अन्य को 1 मुख्य आरक्षी और 4 आरक्षी की सलामी दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह ब्रिटिश औपनिवेशिक परंपरा के अनुसार चली आ रही है पर तब बहुत कम संख्या में सीनियर अफसर हुआ करते थे, पर अब अफसरों और नेताओं की संख्या बहुत बढ़ गयी है। साथ ही इनमे कई मंत्री आपराधिक छवि के हैं जिन्हें सलामी देने से पुलिस का मनोबल गिरता है और जनता में गलत सन्देश जाता है।
उन्होंने कहा कि हाल में ही महाराष्ट्र सरकार ने इसे पूरी तरह समाप्त किया और यूपी सरकार को भी इसके मद्देनज़र पूर्व से ही भारी कमी झेल रहे प्रदेश पुलिस के धन-जन की बचत करने हेतु यह परंपरा समाप्त कर देनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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