प्रादेशिक
यूपी : मंत्री ने बलरामपुर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, कई पर गाज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने मंगलवार को राजधानी स्थित बलरामपुर चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। बाहर की दवा व जांच लिखने तथा ड्यूटी पर गैरहाजिर पाए जाने पर उन्होंने चार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान उनके साथ प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अरविंद कुमार और मुख्य चिकित्साधिकारी डा़एसएनएस यादव भी थे।
स्वास्थ्य मंत्री दिन में करीब 12 बजे अस्पताल पहुंचे और इमरजेंसी एवं सुपरस्पेशियालिटी विल्डिंग सहित सभी वार्डों का निरीक्षण किया। अस्पताल पहुंचते ही सबसे पहले वह एक्सरे रूम में गए। एक्स-रे रूम में लंबी लाइन लगी थी। उन्होंने एक्स-रे रजिस्टर देखा और मरीजों का हालचाल पूछा। स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने बलरामपुर अस्पताल के चार डाक्टरों पर कार्ररवाई करने के लिए कहा है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बीएस शुक्ला ने कार्डियक विभाग में भर्ती जुबेर को खून व इको की जांच प्राइवेट पैथोलॉजिस्ट से कराने के लिए लिखी थी। इसके अलावा डॉ. ए.के. निगम पर भी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने उपस्थित रजिस्टर देखा तो डॉ. निगम गैरहाजिर पाए गए थे। इसके अलावा और दो डाक्टरों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने दवा काउंटर पर उपलब्ध दवाओं की सूची दिखाने को कहा। इस पर रजिस्टर अधूरा था। दवा उपलब्धता की भी सही जानकारी भी रजिस्टर पर अंकित नहीं थी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आई. शरण को कड़ी फटकार लगाई।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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