बिजनेस
एचडीएफसी बैंक ने खोले 100 से अधिक बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सेंटर्स, छोटी शाखा जैसा करेंगे कार्य
मुंबई। भारत के अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक ने उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, बिहार, असम, तेलंगाना, ओडिशा और भारत के कई अन्य राज्यों में 100 से अधिक बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट सेंटर्स (बीसीसी) के उद्घाटन की घोषणा की। ये सेंटर्स एक छोटी शाखा के रूप में कार्य करेंगे, जिसमें ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलई) ग्राहकों को डिजिटल मॉड्यूल पर आधारित बैंकिंग उत्पादों का लाभ प्राप्त करने में सहायता करेंगे। वीएलई-विलेज लेवल आंत्रप्रेन्योर्स, जो मौजूदा माइक्रो-आंत्रप्रेन्योर्स हैं और गर्वनमेंट-टू-कंज्यूमर (जी2सी) सर्विसेज प्रदान कर रहे हैं।
अब वीएलई भी अतिरिक्त रूप से देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में बैंकिंग उत्पाद और बैंकिंग सेवाएं भी प्रदान करेंगे। ग्रामीण ग्राहकों को कई तरह के बैंकिंग उत्पादों की सेवाएं प्रदान करते हुए, बीसी अब अपने लिए अलग से नई कमाई का रास्ता खोल सकेंगे। यह पूरी तरह से बदलाव लाने वाला मौका सस्टेनेबल विकास के द्वार खोलता है, वित्तीय समावेशन (फाइनेंशियल इनक्लूजन) के सभी फायदे प्राप्त करने के लिए प्रमुख चालकों के रूप में उनकी भूमिका को और मजबूत करता है।
इस लॉन्च का उद्देश्य ग्राहकों को उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए एक आसान बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है। ये सेंटर जमीनी स्तर पर एचडीएफसी बैंक के उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाएंगे और ग्राहक को कई तरह के लाभ प्रदान करेंगे।
वे बैंकिंग सेवाओं का एक विस्तृत पोर्टफोलियो पेश करेंगे, जिसमें बायोमैट्रिक के साथ खाता खोलना, एफडी/आरडी, एईपीएस एनेबल्ड नकद जमा और निकासी, विभिन्न तरह के लोन, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं और यहां तक कि ईएमआई कलेक्शन सुविधा भी शामिल है। एचडीएफसी बैंक के सभी उत्पादों और सेवाओं को सीएससी की डिजिटल सर्विस में काफी आसानी से इंटीग्रेट किया जाएगा। पोर्टल, बीसी को काफी आसानी के साथ बैंकिंग उत्पादों का एक व्यापक पोर्टफोलियो प्रदान करता है।
सुश्री स्मिता भगत, ग्रुप हेड, गवर्नमेंट और इंस्टीट्यूशनल बिजनेस, अल्टरनेट बैंकिंग चैनल्स और पार्टनरशिप्स, इनक्लूसिव बैंकिंग ग्रुप और स्टार्ट-अप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि ‘‘हमें देश भर में 100 से अधिक पिन कोड में बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट सेंटर्स का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है। ये सेंटर्स भारत के कस्बों और गांवों में डिजिटल रूप से बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं की व्यापक सेवाएं प्रदान करेंगे। इन सेंटर्स की शुरुआत फाइनेंशियल इनक्लूजन के प्रति एचडीएफसी बैंक की अटूट प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है।’’
संजय राकेश, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीएससी ई-गवर्नेंस ने कहा कि ‘‘हमें फाइनेंशियल इनक्लूजन को आगे बढ़ाने और हमारे प्रदर्शन करने वाले बिजनेस फैसिलिटेटर्स (बीएफ) की क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से एक सशक्त पहल की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस अवसर का विस्तार करने का निर्णय देश भर में सुविधाओं से वंचित समुदायों को बिना किसी बाधा के फाइनेंशियल सर्विसेज के वितरण को सक्षम करने में हमारे कुशल बीएफ द्वारा किए गए अमूल्य योगदान के प्रमाण के रूप में आता है।’’
एचडीएफसी बैंक ने सीएसई ई-गर्व. के साथ इस फिडिजिटल के साथ एक नई शुरुआत की है। उद्घाटन के अवसर पर हरीश ओबेरॉय, वाइस प्रेसिडेंट, सीएससी ई-गवर्नेंस, सत्येन मोदी, बिजनेस हेड-सीएससी, एचडीएफसी बैंक, और विमल त्रिपाठी, हेड-बीसी मैनेजमेंट, एचडीएफसी बैंक उपस्थित थे। इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर सेंटर्स के लॉन्च के मौक पर गणमान्य व्यक्ति, आसपास के समुदायों के लोग और आस-पड़ोस के ग्राहक इन बीसी सेंटर्स पर समारोह में शामिल हुए।
एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में हमेशा अग्रणी रहा है। 30 जून, 2023 तक इसका व्यापक नेटवर्क देशभर में 14,743 बीसी सेंटर्स, 7860 शाखाओं, 20,352 एटीएम तक पहुंच चुका था। बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट सेंटर की शुरूआत अपनी पहुंच का विस्तार करने और ग्रामीण बाजारों में लगातार बढ़ते ग्राहक आधार की अलग अलग बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक की प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
बिजनेस
जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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