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उत्तर प्रदेश

डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने सम्भल में की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक, दिए निर्देश

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Deputy CM Keshav Prasad Maurya

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लखनऊ। उप्र के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा सम्भल में जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में एक समीक्षा बैठक की गयी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जनपद के विकास के लिए अच्छे से अच्छा कार्य करें और उन्होंने कहा कि जनता व जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को  भी जनपद के अधिकारी सुनें।

जिलाधिकारी मनीष बंसल द्वारा जनपद में हुए अभिनव प्रयोग से उपमुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। जिसमें सर्वप्रथम उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के दृष्टिगत जनपद में बने पांच एमएनसीयू वार्ड, एवं विद्यालयों तथा कॉलेजों में स्मार्ट क्लासेज की स्थापना तथा प्राथमिक विद्यालयों एवं जूनियर विद्यालयों में 20 एस्ट्रोनॉमी

तथा 10 साइंस लैब की स्थापना, प्रोजेक्ट चमक के अंतर्गत 100 आंगनवाड़ी केन्द्रों का सौंदर्यीकरण, ग्राम पंचायत स्तर पर पुस्तकालयों की स्थापना तथा विकास खंड रजपुरा के ग्राम मोलनपुर डांडा में नंदी अभ्यारण तथा संभल स्थित दिव्य सेवा आश्रम (कुष्ठ आश्रम) में आवासीय परिसर निर्माण कार्य तथा जनरल हेल्थ केयर एवं चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी की स्थापना के विषय में उप मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

जिस पर उप मुख्यमंत्री  द्वारा जनपद में कराए गए अभिनव प्रयोग की सराहना करते हुए जिला प्रशासन को ऐसे  कार्यों को आगे भी करते रहने को  प्रोत्साहित किया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों हो लाभ प्राप्त हो सके।

आईजीआरएस को लेकर उपमुख्यमंत्री ने समीक्षा की और उन्होंने कहा कि जिसके खिलाफ जांच के लिए लिखा जाता है, उसके पास जांच ना पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाए तथा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक एक सिस्टम बनाकर टीम गठित करते हुए शिकायत की जांच अन्य से कराएं ,ताकि पारदर्शी तरीके से जांच हो सके तथा उन्होंने कहा कि जो अधिकारी अच्छा कार्य कर रहे हैं, उन्हें सम्मानित भी किया जाए।

चकबंदी को लेकर उपमुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि चकबंदी की गंभीर शिकायतें प्राप्त होती हैं जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में एक बैठक कर इन प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण कराएं। एवं उसकी निस्तारित छाया प्रति  उन्हें भेजना सुनिश्चित करें। चकबंदी कार्य में अधिक समय ना लगे, यह भी सुनिश्चित किया जाए।

विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जो परियोजनाएं लंबित हैं उनको पूर्ण कराना सुनिश्चित करें एवं लोक शिकायतों का समाधान शीघ्र किया जाए तथा किसी का भी उत्पीड़न ना हो, यह सुनिश्चित किया जाए। जनपद में लो वोल्टेज की समस्या ना हो इसको प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करें तथा   निर्धारित समय के अनुरूप विद्युत आपूर्ति की जाए।

उपमुख्यमंत्री द्वारा असमोली,तहसील एवं सदर तहसील प्रस्ताव बनाकर शासन को प्रेषित करने की भी निर्देश दिए। ताकि तहसीलों का निर्माण कार्य हो सके। उपमुख्यमंत्री द्वारा 24 कोसी परिक्रमा का शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।

लोक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए  उपमुख्यमंत्री द्वारा सड़कों को गुणवत्तापूर्ण बनाने के निर्देश दिए तथा आरईडी विभाग से भी सड़कों के निर्माण कार्य के विषय में भी जानकारी प्राप्त की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए हरि बाबा बांध को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

जल निगम ग्रामीण की समीक्षा करते हुए जल जीवन मिशन को एक शासन की महत्वपूर्ण परियोजना बताया और उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत 10% ग्रामों का जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर सर्वे कराया जाए, जो कि गुणवत्ता एवं पाइप लाइन के मानक को चेक करें। विरासत से संबंधित शस्त्र लाइसेंस, पीएसी बटालियन,  पुलिस लाइन को लेकर भी समीक्षा की।

निराश्रित गोवंशों को लेकर उपमुख्यमंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों की फसल बर्बाद ना हो, यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित किया जाए। कोई भी निराश्रित गोवंश छुट्टा ना घूमें तथा चरागाह की भूमि को अभियान चलाकर खाली कराया जाए एवं उस पर नेपियर घास लगवाई जाए।

कहा कि थाना, विकासखंड एवं तहसील की इकाइयां अगर अपने स्तर पर ही शिकायतों का निस्तारण समय से कर ले तो अधिक से अधिक स्थानीय स्तर पर ही समस्याएं समाप्त हो जाएंगीं। स्वयं सहायता समूह को लेकर भी उपमुख्यमंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूह की दीदी गौ कास्ट के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

समूह की योजनाओं को स्थानीय पार्टी संगठन को उपलब्ध कराया जाए। गोल्डन कार्ड को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि पंचायत सहायकों के  साथ समन्वय स्थापित करते हुए गोल्डन कार्ड बनवाया जाएं। हेल्थ एटीएम की प्रशंसा करते हुए इसके प्रचार-प्रसार कराने के लिए निर्देशित किया।

उप मुख्यमंत्री ने मोटे अनाज श्री अन्न को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। बाढ़ से संबंधित बिंदु पर चर्चा करते हुए  उपमुख्यमंत्री द्वारा जनपद में बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए और कहा जहां बाढ़ की स्थिति पैदा हो, वहां राहत टीम सक्रिय रहे,तथा किसी का भी कोई नुकसान ना हो,एक सर्वे कराकर यह भी सुनिश्चित किया जाए।

उप मुख्यमंत्री द्वारा चक मार्गों को लेकर निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के सभी चक मार्ग कब्जा मुक्त रहें तथा हद बंदी के मुकदमों को लेकर शीघ्र ही अभियान चलाकर निस्तारण कराने के निर्देश दिए। अमृत सरोवर को लेकर उपमुख्यमंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा कि जो भूमि तालाब की है, उसे कब्जा मुक्त कराकर वृक्षारोपण करवाया जाए।

ग्राम चौपाल को लेकर भी मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम चौपाल के रोस्टर को जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराया जाए। ताकि समस्याओं का निस्तारण किया जा सके। उप मुख्यमंत्री ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर फोकस करने के निर्देश दिए।

उप मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न विभागों के संचालित लाभार्थी परख योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर लाभान्वित किया। कलेक्ट्रेट परिसर में पौधारोपण का कार्य भी किया गया। उन्होंने विकासखंड बहजोई के ग्राम सादात बाड़ी में गौशाला का निरीक्षण किया एवं नवनिर्मित गोबर गैस प्लांट का अवलोकन किया एवं बटन दबाकर संचालन किया एवं ग्राम पंचायत सादात वाड़ी के मनरेगा पार्क का भी उद्घाटन किया।

इसके उपरांत उपमुख्यमंत्री ने ग्राम सादात बाड़ी स्थित प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन किए। इसके उपरांत बहजोई के काली मंदिर स्थित इंडोर शूटिंग रेंज का भी उप मुख्यमंत्री जी द्वारा उद्घाटन किया गया।

उपमुख्यमंत्री ने विकासखंड बनिया खेड़ा के कार्यालय का अवलोकन किया। उन्होंने विकास खंड बनिया खेड़ा के ग्राम भुलाबई में स्थित रामकली अमृत सरोवर का उद्घाटन किया एवं शिलाफलकम् का शिलान्यास किया।

इस अवसर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) माध्यमिक शिक्षा, श्रीमती गुलाब देवी, ओमवीर सिंह खड़गवंशी, विधान परिषद के सदस्य सतपाल सैनी, मुख्य विकास अधिकारी कमलेश सचान, अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर तरन्नुम रजा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र, समस्त उप जिलाधिकारी एवं समस्त क्षेत्राधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तर प्रदेश

04 जोन में 107 बीटों के रक्षक करेंगे 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 को सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखते हुए 45 करोड़ लोगों की सुरक्षा का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। इसके लिए जल पुलिस के लिहाज से चार जोन का सुरक्षा घेरा बनाया गया है। जिसमें बाकायदा 107 बीटों में बंटे सुरक्षा कर्मी देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए मौके पर तैनात रहेंगे। यहां कुल 10 कंपनी पीएसी, एसडीआरएफ, एनडीआरफ और 141 सुरक्षाकर्मियों के अलावा 700 नावों पर रक्षक तैनात किए जा रहे हैं। इनके साथ स्वास्थ्य कर्मियों की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं।

107 बीटों पर तैनात रहेंगे सुरक्षा कर्मी

आईजी पीएसी पूर्वी जोन डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि महाकुंभ में 10 कंपनी पीएसी देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहेगी। महाकुंभ के दौरान यहां प्रयागराज में देश-विदेश से करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। संगम में स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया है। जिसमें सुरक्षा कर्मियों को 107 बीटों में बांटा गया है। यही नहीं स्नानार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए इसके लिए बाकायदा चिकित्सक और जन औषधि केंद्रों से युक्त आधुनिक वाटर कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं। जल पुलिस अलग से थाने और चौकियों के साथ 16 सब कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी में लगी है। जिससे पलक झपकते ही श्रद्धालुओं को हर सुविधा मुहैया कराई जा सके।

रिफ्लेक्टिव रिवर लाइन का नहीं किया जा सकेगा उल्लंघन

उन्होंने बताया कि कोई अनहोनी न होने पाए, इसके लिए थर्मो-प्लास्टिक के फ्लोटिंग ब्लाक्स को जोड़कर बैरिकेडिंग बनाई जा रही है, जिस पर 24 घंटे पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे। स्नान के दौरान नावों के टकराने की कोई आशंका नहीं रहेगी, इसके भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। जिसके तहत सौर ऊर्जा का प्रयोग कर रिफ्लेक्टिव रिवर लाइन बनाई जा रही है। जिसकी वजह से कोई भी नाविक लेन का उल्लघंन नहीं कर पाएगा।

चार जोन का सुरक्षा चक्र

महाकुंभ के दौरान देश-विदेश से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं। इसके तहत जल पुलिस को चार जोन में बांटकर सुरक्षा घेरा बनाया गया है।

पहला जोन (संगम क्षेत्र)

पहला संगम का घेरा रहेगा, जिसमें 25 बीट में 290 पीएससी, एसडीआरएफ, एनडीआरफ, 8 पीएससी गोताखोर, 30 सुरक्षाकर्मी, 18 प्राइवेट गोताखोर, 26 होमगार्ड, 27 मोटर बोट और 113 नाव सुरक्षा इंतजाम में लगाए गए हैं।

दूसरा जोन (बरगद घाट)

दूसरा बरगद घाट का घेरा रहेगा। इस दूसरे जोन में 28 बीट में 33 सुरक्षाकर्मी, 100 पीएसी व एनडीआरएफ एसडीआरएफ, 50 होमगार्ड, 40 पीएससी गोताखोर, 50 प्राइवेट गोताखोर, 24 मोटर बोट और 77 नाव रहेंगी।

तीसरा जोन (संगम क्षेत्र से दुर्वासा)

तीसरा जोन संगम क्षेत्र से दुर्वासा का होगा। इस तीसरे जोन में 16 बीट के अंतर्गत 21 सुरक्षाकर्मी, 68 पीएसी व एसडीआरएफ, एनडीआरफ, 16 प्राइवेट गोताखोर, 28 होमगार्ड, 8 मोटर बोट और 99 नाव सुरक्षा के लिए उपलब्ध रहेगी।

चौथा जोन (संगम क्षेत्र से फाफामऊ)

चौथा जोन 38 बीटों वाला रहेगा, जिसमें 50 सुरक्षाकर्मी और पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ 210, 14 पीएससी गोताखोर, 19 प्राइवेट गोताखोर, 64 होमगार्ड, 33 मोटर बोट और 311 नाव रहेंगी।

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