प्रादेशिक
विद्युत व्यवस्था में बेहतरी के लिए योगी सरकार ने बिजली तंत्र का किया पुनर्गठन
लखनऊ। प्रदेश की विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए योगी सरकार ने प्रदेश की विशाल आबादी की जरूरतो के मुताबिक तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विद्युत तंत्र में व्यापक सुधार किया है। सरकार ने उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के सहयोगी वितरण निगमों के अंतर्गत वर्तमान में क्रियाशील 25 वितरण क्षेत्र (जोन) की संख्या को बढ़ाकर 40 जोन बनाने संबंधी पुनर्गठन का आदेश जारी कर दिया है। इस पुर्नगठन में सभी महानगरों को अलग जोन बना दिया गया है। मंडल मुख्यालय के जोन से जुड़े अन्य जिलों का अलग जोन बना दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने जोनल अधिकारियों का कार्य क्षेत्र बड़ा होने तथा कार्य का दबाव अधिक होने से विद्युत कार्यों एवं व्यवस्था की सही से मॉनिटरिंग नहीं हो पाने के साथ ही उपभोक्ताओं की शिकायतों का भी समय से समाधान न हो पाने की समस्या को देखते हुए जोन के कार्यक्षेत्र को कम करने के लिए नए जोन बनाने का निर्देश दिया था।
पुनर्गठन के बाद ये होंगे नए जोन
-पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 09 जोन हो गए। इसमें गोरखपुर को अब गोरखपुर प्रथम एवम् द्वितीय, प्रयागराज को प्रयागराज प्रथम एवम् द्वितीय, वाराणसी को अब वाराणसी प्रथम एवम् द्वितीय में विभाजित किया गया है। आजमगढ़, बस्ती, मिर्जापुर जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।
-मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 10 जोन हो गए। इसमें बरेली को अब बरेली प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा सिस गोमती को लेसा सिस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लेसा ट्रांस गोमती को लेसा ट्रांस गोमती प्रथम एवम् द्वितीय, लखनऊ को सीतापुर एवम् रायबरेली जोन में विभाजित किया गया है। अयोध्या एवम् देवीपाटन जोन में कोई बदलाव नहीं हुआ।
-दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, पुनर्गठन के बाद अब 09 जोन हो गए। इसमें अलीगढ़ जोन को अलीगढ़ एवम् एटा, कानपुर को कानपुर प्रथम और द्वितीय, आगरा प्रथम एवम् द्वितीय को मिलाकर अब आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा जोन में बांटा गया है। बांदा व झांसी जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।
-पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में पहले 06 जोन थे, अब 11 जोन बनाए गए हैं। गाजियाबाद जोन को अब गाजियाबाद प्रथम, द्वितीय व तृतीय जोन में, मेरठ को मेरठ प्रथम एवम् द्वितीय, मुरादाबाद को अब मुरादाबाद एवम् गजरौला में, सहारनपुर को सहारनपुर एवम् मुजफ्फरनगर जोन में बांटा गया है। नोएडा और बुलंदशहर जोन में कोई बदलाव नहीं किया गया।
– कानपुर विद्युत् आपूर्ति कम्पनी लिमिटेड के अंतर्गत केस्को जोन में भी पुनर्गठन के बाद कोई बदलाव नहीं किया गया।
बेहतर होगी मॉनिटरिंग
जारी निर्देश के अनुसार, अब वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, आगरा, मेरठ, मथुरा, बिजनौर जैसे बड़े शहरों व महानगरों के लिए बिजली का अलग जोन बनाया गया है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा दी जा सकेगी। अभी तक यहां नगरीय और ग्रामीण जोन का विभाजन नहीं था। इस विभाजन से उन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों सहित अन्य इलाक़ों के अलग जोन बन जाएंगे, जिससे उन क्षेत्रों में बेहतर मॉनिटरिंग हो सकेगी। इसी कड़ी में लखनऊ एवं ग़ाज़ियाबाद जैसे बड़े शहरों के जोन को पुनः विभाजित कर और छोटा बनाया गया है, जिससे मॉनिटरिंग बेहतर हो सके। लखनऊ में वर्तमान दो की जगह अब चार जोन होंगे। वहीं गाजियाबाद में वर्तमान एक की जगह अब तीन जोन होंगे।
उपलब्ध मानव संसाधन का होगा उपयोग
नवसृजित जोन सीतापुर, रायबरेली, एटा, फिरोजाबाद, मथुरा, गजरौला तथा मुजफ्फरनगर का मुख्यालय अपने इंगित स्थान पर होगा। अन्य सभी जोन के मुख्यालय पूर्ववत रहेंगे। नवसृजित जोन के लिए नए पदों का सृजन नहीं किया जाएगा। जोन के लिए जरूरी पदों की व्यवस्था संबंधित वितरण निगम द्वारा उपलब्ध मानव संसाधन से की जाएगी। पूर्व से स्वीकृत कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया मूल जोन से ही होगी। नवसृजित जोन के मुख्य अभियंताओं को इन कार्यों के लिए सभी अधिकार 01जनवरी, 2024 से दिए जाएंगे। इस पुनर्गठन से महानगरों की बिजली व्यवस्था और बेहतर हो सकेगी। मंडल मुख्यालय के जिलों की बिजली वितरण व्यवस्था में भी सुधार होगा। योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी, कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग भी की जा सकेंगी। साथ ही उपभोक्ताओ की शिकयतों का भी त्वरित समाधान किया जा सकेगा।
प्रादेशिक
सीएम नायब सैनी का भगवंत मान पर निशाना, कहा- चंडीगढ़ पर हमारा हक
चंडीगढ़| चंडीगढ़ में हरियाणा की नई विधानसभा बनाने के मुद्दे पर सियासत तेज होती जा रही है. इसी बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजाब सीएम भगवंत मान के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पहले उन्होंने SYL का पानी रोका, अब विधानसभा के ऊपर आ गए. चंडीगढ़ पर हरियाणा का हक है. आपको लोगों के हित के लिए काम करना चाहिए. इस प्रकार से द्वेष खड़ा करना और ध्यान डायवर्ट करना ये न तो आपको शोभा देता, ना किसी और को शोभा देता है आप लोगों के हित में काम करिए.
सीएम सैनी ने कहा कि मैं भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि आप किसानों की फसलें खरीद सकते थे, आप उन्हें एमएसपी नहीं दे रहे हैं, किसानों की फसल को खरीदी नहीं जा रही और ध्यान डायवर्ट करने में लगे हैं. कहते हैं कि हमें यहां (चंडीगढ़) विधानसभा नहीं बनाने देंगे, क्यों क्या यहां हमारा हक नहीं है. हमारा चंडीगढ़ पर हक है.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील करूंगा कि आप पंजाब के किसान के हित में कदम उठाएं, हमें भी अच्छा लगेगा. इस प्रकार की बातें क्यों करते हैं कि हमने पानी रोक दिया, हम इन्हें विधानसभा नहीं बनाने देंगे, इसका क्या मतलब है. ये कोई मतलब नहीं है. समझदारी से काम लेना चाहिए. पंजाब के लोग हरियाणा के लोगों से प्यार करते हैं, अलग हुए तो कोई दिक्कत थोड़े ही हुई है. ये थोड़े ही होता है कि आप रास्ता रोकने की बात करेंगे, अपनी घटिया राजनीति को आप इसमें घसीट रहे हैं.
-
नेशनल2 days ago
प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली की हवा ‘बेहद गंभीर कैटेगरी’ में, AQI 450 के पार
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
कार्तिक पूर्णिमा पर कटेहरी व मझवां के मतदाताओं से संवाद करेंगे योगी
-
नेशनल2 days ago
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर श्रद्धा वॉकर का हत्यारा आफताब पूनावाला
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
शिव की काशी में धरती पर उतरेंगे देवता, असंख्य दीप प्रज्ज्वलित कर मनाई जाएगी देव दीपावली
-
नेशनल2 days ago
साइबर ठगों ने किया डिजिटल अरेस्ट खाते से उड़ाए 10 करोड़ रुपये, दिल्ली के रोहिणी इलाके का मामला
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
उत्तर कोरिया ने टेस्ट किया विस्फोटक ड्रोन, टारगेट पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली की खराब एयर क्वालिटी को देखते हुए सीएम आतिशी ने लिया बड़ा फैसला