Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अरब देशों के साथ मिलकर गाजा में प्रशासन चला सकता है इस्राइल, इस्राइली राजनयिक ने दिए संकेत

Published

on

israel may govern gaza strip with many arab countries after hamas eredication says gilad erdan

Loading

तेल अवीव। संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के राजदूत गिलाड एरदान ने कहा है कि गाजा पट्टी में हमास के खात्मे और ऑपरेशन पूरा होने के बाद इस्राइल अरब देशों के साथ मिलकर गाजा के भविष्य पर बात करेगा। एरदान ने मीडिया से बात करते हुए कहा हम कई अरब देशों के लिए अपने हाथ गंदे कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि गाजा में मिलकर प्रशासन के लिए अरब देशों से अभी इस्राइल ने बात शुरू नहीं की है लेकिन जल्द ही यह शुरू हो सकती है।

अरब देशों का भी दुश्मन है हमास

गिलाड ने कहा मुझे विश्वास है कि कई अरब देश ये जानते हैं कि हमास उनका भी दुश्मन है। वह जितना हमारा दुश्मन है, उतना ही वह कई नरमपंथी मुस्लिम देशों का भी है। कहा कि इस्राइल गाजा में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय बलों की तैनाती को स्वीकार नहीं करेगा।

इस्राइल हमास युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र के स्टैंड की तीखी आलोचना करते हुए गिलाड ने गाजा के मौजूदा संकट का ठीकरा संयुक्त राष्ट्र पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि हमास द्वारा गाजा पट्टी को युद्ध की मशीन में बदलने में भी संयुक्त राष्ट्र की बड़ी भूमिका है।

संयुक्त राष्ट्र को लताड़ा

मीडिया से बातचीत में गिलाड ने कहा कि मौजूदा युद्ध को जीतने के बाद इस्राइल, संयुक्त राष्ट्र के साथ अपने संबंधों पर गंभीरता से विचार करेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि UN के कुछ अधिकारियों ने अपने पदों का गलत इस्तेमाल किया और झूठा प्रचार किया। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों की नाक के नीचे 16 साल तक हमास अपनी गतिविधियां चलाता रहा।

अंतरराष्ट्रीय दबाव को लेकर गिलाड ने साफ किया कि जब तक इस्राइल हमास का खात्मा नहीं कर देता तब तक नहीं रुकेगा। गिलाड ने हमास के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका राष्ट्रपति के समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया।

अन्तर्राष्ट्रीय

नाइजीरिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, लोगों ने लगाए ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में रविवार सुबह नाइजीरिया पहुंचे। नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। अबुजा हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में भारतीय समुदाय के लोग पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। लोगों ने इस मौके पर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारा लगाए।

बता दें कि 17 सालों में इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। पीएम मोदी के अबुजा पहुंचने पर संघीय राजधानी क्षेत्र के मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका जोरदार स्वागत किया। साथ ही प्रतीकात्मक रूप से अबुजा के शहर की चाभी भेंट की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति टीनूबू के उस पोस्ट का जवाब दिया जिसमें लिखा था, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया की पहली यात्रा पर उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं, जो 2007 के बाद से किसी भारतीय प्रधान मंत्री की हमारे प्रिय देश की पहली यात्रा भी है। हमारी द्विपक्षीय चर्चाओं में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पीएम मोदी नाइजीरिया में आपका स्वागत है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट में लिखा, ‘धन्यवाद, राष्ट्रपति टीनूबू। कुछ समय पहले नाइजीरिया में लैंड किया। गर्मजोशी से स्वागत के लिए आभारी हूं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और गहरा करेगी।’

रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ व्यापार करना चाहता है नाइजीरिया

पीएम मोदी के इस यात्रा के दौरान के भारत और नाइजीरिया के बीच स्थापित रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। रक्षा क्षेत्र को लेकर भी दोनों देशों के बीच विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। नाइजीरिया छोटे हथियारों, गोला-बारूद और बख्तरबंद वाहनों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी के लिए भारत की तरफ काफी उत्सुक है।

आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे संपन्न अफ्रीकी देशों में से एक नाइजीरिया और भारत के मधुर रिश्तों में आने वाले दिनों में गर्माहट और तेज होने के आसार है। खासतौर पर दोनों देशों के बीच आर्थिक व सैन्य सहयोग के नए युग की शुरुआत होने के संकेत है।

इन देशों की यात्रा पर रहेंगे पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी की पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्र की यह पहली यात्रा है। इसके अलावा वह ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर रहेंगे। नाइजीरिया के बाद प्रधानमंत्री ब्राजील के लिए रवाना होंगे। दरअसल, पीएम मोदी ब्राजील में ट्रोइका सदस्य के तौर पर 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। फिर पीएम मोदी 18 और 19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो में होने वाले शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ भाग लेंगे। बताते चलें कि ब्राजील और दक्षित अफ्रीका के साथ भारत भी जी20 ट्रोइका का हिस्सा है।

Continue Reading

Trending