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प्रादेशिक

सीएम योगी ने कोलकाता से अयोध्या के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट का किया शुभारंभ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोलकाता से अयोध्या के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट का शुभारंभ किया। लखनऊ में अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े सीएम योगी ने हरी झंडी दिखाकर इस सेवा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाले समय में देश और दुनिया में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए सबसे प्रमुख शहर होने जा रहा है। अयोध्या वैसे भी स्थानीय श्रद्धालुओं की बहुत बड़ी संख्या है, लेकिन पूरे देश में जिस तरह की आतुरता है उसे देखते हुए श्रद्धालुओं के यहां आवागमन को सुलभ बनाने का दायित्व हमने निभाया है। इसके लिए नागर विमानन मंत्रालय ने जो काम किया है वो सराहनीय है।

एयर कनेक्टिविटी के मामले में यूपी बना प्रमुख राज्य

सीएम योगी ने कहा कि नागरिक विमान मंत्री ज्योतिरादित्य जी और जनरल वीके सिंह जी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी पर विशेष फोकस करते हुए उसे हर संभव सहयोग प्रदान किया है। प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने इस दिशा में बेहतरीन परिणाम सामने दिए हैं और विगत साढ़े 9 वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश में न केवल नए एयरपोर्ट्स आए हैं बल्कि 4 इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ उत्तर प्रदेश एयर कनेक्टिविटी की दृष्टि से एक अहम राज्य हो गया है। सीएम योगी ने कहा कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री जी ने अयोध्या के महर्षि बाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम को संपन्न किया और प्रसन्नता हो रही है कि एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद के साथ वायु सेवा के उपरांत अब कोलकाता और बेंगलुरू के लिए भी एयर इंडिया एक्सप्रेस की यह वायुसेवा प्रारंभ होने जा रही है।

जो 6 साल पहले कल्पना थी, आज वो हकीकत है

सीएम योगी ने कहा कि वास्तव में अयोध्या भारत की सनातन आस्था का प्रतीक तो है ही, साथ ही प्रभु श्रीराम भी हमारे धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष से जुड़े पुरषार्थ के प्रतीक हैं। अयोध्या के अंदर 500 वर्षों के एक लंबे अंतराल के बाद पूरे देश ने अपनी आस्था को अयोध्या के प्रति व्यक्त किया है। आज उसका परिणाम हमारे सामने है। 22 जनवरी 2024 को रामलला अपनी जन्मभूमि पर अपने मूर्त रूप में विराजमान होंगे। स्वाभाविक रूप से पूरे देश में अयोध्या आगमन के लिए एक उत्सुकता और आतुरता है। उनके अयोध्या आगमन के लिए क्या संभावनाएं हो सकती हैं। आज से 6 वर्ष पहले यह कल्पना थी कि अयोध्या के अंदर भी 4 लेन कनेक्टिविटी होगी। अयोध्या रेलवे लाइन के दोहरीकरण कार्य से जुड़ेगा। अयोध्या की पवित्र सरयू नदी में क्रूज सेवा प्रारंभ होगी और अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। आज यह एक हकीकत है कि अयोध्या में यह सभी सेवाएं लोगों को प्राप्त हो रही हैं। ये सब कुछ यदि वहां हम करने में सफल हुए हैं तो इसमें प्रधानमत्री जी का मार्गदर्शन और नेतृत्व, डबल इंजन सरकार द्वारा समय पर और तेजी के साथ निर्णय लेने की सामर्थ्य और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही है।

कर्नाटक से हनुमान जी का संदेश अयोध्या लाने में होगी सुविधा

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही 821 एकड़ भूमि नागर विमानन मंत्रालय को उपलब्ध करा चुकी है। अभी वहां 500 यात्री एक साथ इस विमान तल का उपयोग कर सकते हैं। साथ ही 8 विमान वहां लैंड कर सकते हैं। पार्किंग की सुविधा उन्हें उपलब्ध कराई गई है। भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जो योजना नागर विमानन मंत्रालय ने बनाई है, राज्य सरकार इस पूरे कार्यक्रम के साथ सकारात्मक सहयोग करेगी। उन्होंने खुशी जताई कि अब बेंगलुरू से अयोध्या की कनेक्टिविटी होने से अब कर्नाटक से हनुमान जी के संदेश को अयोध्या तक लाने में सुविधा होगी।

अयोध्या धाम को कोलकाता और बेंगलुरू से वायुसेवा से जोड़ने के इस कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्य मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह,अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह,एयर इंडिया के चीफ कॉमर्शियल ऑफिसर अंकुर गर्ग, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश दुर्गा शंकर मिश्र एवं अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल समेत एयर इंडिया एक्सप्रेस और अयोध्या के गणमान्य लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।

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मात्र 17 दिन में देश के चारों कोनों से जुड़ गया अयोध्या धामः ज्योतिरादित्य सिंधिया
भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जहां राम का नाम, वहां पूरे होते हैं काम। आज एक और महत्वपूर्ण दिन है। पीएम मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास और प्रगति के मामले नई ऊंचाइयां छू रहा है। उन्होंने कहा कि एक दीवाली हमने पिछले वर्ष मनाई थी, दूसरी दीवाली हाल ही में तीन राज्यों के चुनाव नतीजों के समय मनाई गई थी और अब तीसरी दीवाली 22 जनवरी को मनाई जाने वाली है। संपूर्ण विश्व की 800 करोड़ जनता में जितने भी रामभक्त हैं 22 जनवरी 2024 उनके जीवन का सबसे स्मरणीय दिन होगा। यह 500 साल का सपना था। हम सबकी कई पीढ़ियों का सपना था कि अयोध्या नरेश भगवान श्रीराम अपने महल में विराजमान हों। अब वह सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में अयोध्या पूरे भारत का सबसे प्रमुख विमान दल बनेगा। कनेक्टिविटी की बात करें तो सीएम योगी ने अयोध्या का पूर्ण कायाकल्प किया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या को दिल्ली और अहमदाबाद से जोड़ने के बाद आज बेंगलुरू और कोलकाता के साथ जोड़ा जा रहा है। 30 दिसंबर को उद्गाटन के बाद से 17 जनवरी तक हमने महज 17 दिन में अयोध्या को देश के चारों कोनों से जोड़ दिया है। यह किसी करिश्मे से कम नहीं है। देश का हर एक श्रद्धालु अपनी श्रद्धा को अर्पित करने के लिए तीव्र गति से अपने पुष्पक विमान से अयोध्या आ सकेगा। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह एयर इंडिया को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने अयोध्या धाम की कनेक्टिविटी को और बेहतर बना दिया है। उन्होंने कहा कि यह पहल और आगे चलती रहे जिससे उत्तर प्रदेश की वायु सेवा और बढ़ती रहे। अयोध्या धाम के लिए और भी एयरलाइंस जुड़ना चाहती हैं। जैसे-जैसे वो आगे आएंगी उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

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लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

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