Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

कुवैत में हुए अग्नि हादसे में मृत गोरखपुर के दो कामगारों के परिजन को योगी सरकार ने दी पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता

Published

on

Loading

गोरखपुर। दुख और विपदा की घड़ी में हर व्यक्ति के साथ एक अभिभावक जैसे खड़े रहना, उसकी वेदना में संवेदना के साथ भरपूर मदद करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की विशिष्ट पहचान है। पीड़ितों के प्रति उनकी संवेदनशीलता और आत्मीयता का सजीव दर्शन रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में एक बार फिर देखने को मिला। बीते दिनों कुवैत में हुए एक अग्नि हादसे में जान गवाने वाले गोरखपुर के दो कामगारों के परिजनों और जम्मू के शिवखोड़ी में आतंकी हमले में घायल श्रद्धालुओं से मिलकर सीएम योगी ने न केवल उनकी पीड़ा पर संवेदना का मरहम लगाया बल्कि आर्थिक सहायता देकर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

गत दिनों कुवैत में एक बहुमंजिला भवन में आग लगने से करीब चार दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। इनमें गोरखपुर के सदर तहसील क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी निवासी अंगद गुप्ता और कैम्पियरगंज तहसील क्षेत्र के भम्मौर निवासी जयराम गुप्ता भी शामिल थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेश मंत्रालय और कुवैत में भारतीय दूतावास से संपर्क कर उनके शव को सम्मानपूर्वक उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। शनिवार को दोनों मृतकों के शव घर आए और ससम्मान अंतिम संस्कार किया गया। रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में दोनों मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट की और ढांढस बंधाते हुए उन्हें आत्मीय संबल प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अंगद गुप्ता की पत्नी रीता देवी और जयराम गुप्ता की पत्नी सुनीता को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने दोनों परिवारों से कहा कि दुख की इस घड़ी में वह उनके साथ खड़े हैं।

सीएम योगी ने जम्मू के शिवखोड़ी में पिछले दिनों आतंकी हमले में घायल गोरखपुर के पुर्दिलपुरनिवासी राजेश, रिकसोना, भैरोपुर निवासी गायत्री और सोनी को भी एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक दिया। रिकसोना की आर्थिक सहायता का चेक उनके पति राजेश ने प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इन सभी घायलों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी ली और कहा कि सरकार इलाज में कोई कमी नहीं आने देगी। उल्लेखनीय है कि शिवखोड़ी में हुए आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की टीम को घायलों के इलाज और वहां फंसे श्रद्धालुओं को सकुशल उनके घर वापस लाने के लिए लगाया था।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending