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उत्तर प्रदेश

डिजिटली एक्टिव होंगे उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालय

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लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों को डिजिटली एक्टिव करने को लेकर अपनी मुहिम को आगे बढ़ाने जा रही है। इस क्रम में प्रदेश भर के परिषदीय स्कूलों के सभी 12 तरह के रजिस्टर्स को डिजिटल किए जाने के साथ ही शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति भी डिजिटल मार्क किए जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके अंतर्गत छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी टैबलेट पर फेस रिकग्निशन सिस्टम (चेहरा दिखाकर) से उपस्थिति दर्ज करानी होगी। 15 जुलाई से यह प्रक्रिया पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार बीते काफी समय से परिषदीय स्कूलों में सभी तरह के कार्यों को डिजिटली किए जाने पर जोर दे रही है। इसी के तहत इन स्कूलों के सभी 12 तरह के रजिस्टर को डिजिटल किए जाने के लिए प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल मॉड्यूल तैयार किया गया है। यही नहीं, डिजिटल अटेंडेंस के लिए भी स्कूलों को टैबलेट और सिम प्रदान किए गए हैं।

प्रेरणा पोर्टल पर विकसित किया गया ‘डिजिटल रजिस्टर्स’ मॉड्यूल

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह परिषदीय स्कूलों के सभी रजिस्टर डिजिटल माध्यम से ही भरवाएं। स्कूलों में उपस्थिति, प्रवेश, कक्षावार छात्र उपस्थिति, मिड डे मील, समेकित निशुल्क सामग्री वितरण, स्टाक, आय-व्यस्क एवं चेक इश्यू, बैठक, निरीक्षण, पत्र व्यवहार, बाल गणना और पुस्तकालय एवं खेलकूद रजिस्टर को डिजिटल किया गया है। पंजिकाओं के सरलीकरण तथा टेक्नोलॉजी आधारित डिजिटल माध्यम से उपयोग के लिए प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल रजिस्टर्स नाम से नया मॉड्यूल विकसित किया गया है। वर्तमान में उपयोग की जा रही भौतिक पंजिकाओं के अनुरूप ही पंजिकाओं का डिजिटल फॉर्मेट तैयार किया गया है। इसके अनुरूप अब सभी एंट्री डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही अंकित की जाएंगी।

विद्यालयों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं टेबलेट

12 डिजिटल रजिस्टर्स में टीचर अटेंडेंस रजिस्टर भी शामिल है। ऐसे में विद्यालय में कार्यरत समस्त अध्यापकों एवं कार्मिकों को प्रतिदिन अपनी उपस्थिति डिजिटली दर्ज करानी होगी। इसमें विद्यालय आगमन से लेकर जाने तक का समय अंकित किया जाएगा। निर्देशों के अनुसार समस्त अध्यापक 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक आगमन उपस्थिति प्रातः 7.45 से 8 बजे तक और प्रस्थान दोपहर 2.15 से 2.30 बजे तक लगाएंगे। वहीं एक अक्टूबर से 31 मार्च तक आगमन उपस्थिति सुबह 8.45 बजे से सुबह नौ बजे तक और प्रस्थान उपस्थिति 3.15 बजे से 3.30 बजे तक दर्ज कर सकेंगे। हालांकि फिलहाल, अग्रिम आदेश तक शिक्षक सुबह 7.15 बजे से 7.30 बजे तक उपस्थिति लगाएंगे और प्रस्थान उपस्थिति दोपहर 1.30 बजे से 1.45 बजे तक लगा सकेंगे। निर्धारित समय के बाद उपस्थिति मान्य नहीं होगी। विभाग द्वारा परिषदीय प्राथमिक/कंपोजिट विद्यालयों के शिक्षकों के उपयोग के लिए 2,09,863 टेबलेट्स उपलब्ध कराए गए हैं। वहीं परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए टेबलेट उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया जारी है। इन विद्यालयों में समस्त अध्यापकों एवं कार्मिकों द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज कराए गए अपने मोबाइल नंबर/स्मार्टफोन से अपनी उपस्थिति प्रतिदिन अंकित की जाएगी। इसके बाद प्रधानाध्यापक द्वारा उपस्थिति प्रमाणित की जाएगी। टैबलेट व स्मार्टफोन को जियोफेंसिंग के माध्यम से पहचाना जाएगा तथा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करते समय अध्यापक और प्रधानाध्यापक को विद्यालय परिसर में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा।

छात्रों का पूरा डाटा भी होगा डिजिटल

इसी तरह कक्षावार स्टूडेंट अटेंडेंस रजिस्टर पर अध्ययनरत समस्त छात्रों की प्रतिदिन हाजिरी लगाई जाएगी। छात्रों के लिए उपस्थिति का समय एक अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह आठ बजे से नौ बजे तक और एक अक्टूबर से 31 मार्च तक सुबह नौ बजे से 10 बजे तक दर्ज होगी। अभी अग्रिम आदेश तक सुबह 7.30 बजे से 8.30 बजे तक हाजिरी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त बच्चों के नामांकन के दौरान डिजिटल रजिस्ट्रेशन रजिस्टर में उनकी पूरी डिटेल दर्ज कराई जा सकेगी। इसमें छात्र का नाम, लिंग, जन्मतिथि, माता-पिता का विवरण, आधार संख्या आदि होगी। नामांकन करने पर सिस्टम द्वारा एक यूनिक पहचान संख्या प्रदान की जाएगी, जिसे प्रधानाध्यापक द्वारा डिजिटल रजिस्टर में अंकित किया जाएगा। छात्र की डिटेल को प्रेरणा पोर्टल/प्रेरणा डीबीटी एप के माध्यम से भरा या अपडेट किया जाएगा। अंतिम कक्षा उत्तीर्ण व अन्य विद्यालय के लिए स्थानांतरण प्रमाण पत्र जारी किए जाने का विवरण भी डिजिटल रजिस्ट्रेशन डिटेल्स रजिस्टर में अंकित होगा।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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