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उत्तर प्रदेश

300 हेरिटेज मास्ट व 1500 स्मार्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम से दमक उठेगा प्रदेश

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने और विशेष रूप से सौर ऊर्जा के जरिए प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति करने की दिशा में योगी सरकार लगातार प्रयासरत है। एक तरफ, प्रदेश के विभिन्न शहरों को सोलर सिटीज के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया निरंतर जारी है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में सौर ऊर्जा से जुड़ी परियोजनाओं के प्रति आम लोगों में रुचि विकसित करने के लिए भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में, सीएम योगी के विजन अनुसार प्रदेश के विभिन्न शहरों के चिह्नित स्थानों को 300 हेरिटेज मास्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम तथा 1500 स्मार्ट सोलर लाइटिंग से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी के साथ ही, प्रदेश के विभिन्न सरकारी कार्यालयों को 2 मेगावाट व 4 मेगावाट के ऑन ग्रिड हाइब्रिड सोलर रूफटॉप पावर प्लांट से युक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय अभिकरण (यूपीनेडा) ने कॉन्ट्रैक्टर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करते हुए पात्र आवेदकों से आवेदन मांगे हैं।

कार्यावंटन के बाद 4 महीने में कार्यों को किया जाएगा पूरा

यूपीनेडा द्वारा प्रदेश में हेरिटेज मास्ट व स्मार्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम तथा 2 व 4 मेगावाट के ऑन ग्रिड हाइब्रिड सोलर रूफटॉप पावर प्लांट की सप्लाई, स्थापना, संचालन और मेंटिनेंस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कॉन्ट्रैक्टर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन सभी उपकरणों को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर स्थापित करने के लिए कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी को कार्यावंटन के बाद 4 महीने की समयसीमा निर्धारित की गई है। इन सभी उपकरणों को कॉम्प्रिहेंसिव वॉरेंटी युक्त किया जाएगा। इन उपकरणों की स्थापना व संचालन के बाद चयनित कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी को ही 5 वर्षों तक इनके संचालन व मेंटिनेंस संबंधी कार्यों को सुनिश्चित करना होगा। उल्लेखनीय है कि हेरिटेज मास्ट लाइटिंग को 7.92 करोड़ जबकि स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम को 39.45 करोड़ रुपए व्यय से स्थापित किया जाएगा। वहीं, प्रदेश के विभिन्न सरकारी दफ्तरों की उर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए 2 व 4 मेगावाट के ऑन ग्रिड हाइब्रिड सोलर रूफटॉप पावर प्लांट को 35.57 करोड़ व 68.74 करोड़ के व्यय से पूरा किया जाएगा।

सोलर सिटीज समेत अन्य शहरों में विभिन्न स्थानों पर होगी स्थापना

यूपीनेडा की कार्ययोजना के अनुसार, उत्तर प्रदेश के विभिन्न सोलर सिटीज समेत प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों को हेरिटेज मास्ट व स्मार्ट सोलर लाइटिंग सिस्टम से लैस करने की तैयारी की जा रही है उसमें इन शहरों के ज्यादा फुटफॉल रीजन पर मुख्यतः फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में, विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, मुख्य सड़कों/चौराहों, पशु बाजारों, छोटे बाजारों (हाट) के साथ ही पंचायत घरों, सार्वजनिक पेयजल स्रोतों, क्रॉस रोड/रोड जंक्शनों, मेला मैदानों आदि पर इनकी स्थापना, कमीशनिंग, संचालन और रखरखाव किया जाएगा। प्रत्येक सोलर एलईडी हेरिटेज मास्ट लाइटिंग सिस्टम में 200 वॉट पावर के 4 युनिट्स के रूप में 800 वॉट पावर की कैपेसिटी होगी। इनकी बैटरी लीथियम फेरो फॉस्फेट बेस्ड होगी जो कि 12.8 वोल्ट आउटपुट पर कार्य करेगी। इस दौरान प्रत्येक हेरिटेज लाइट सिस्टम की ल्यूमेन एफिकेसी 135 ल्यूमेन प्रति वॉट रहेगी। वहीं, स्मार्ट स्रीट सोलर लाइटिंग सिस्टम 6 मीटर के पोल पर इम्पैनल्ड होगा जो कि 140 ल्यूमेन प्रति वॉट होगी तथा सिस्टम वॉटेज 45 वॉट होगी। ये लाइटें 50 हजार घंटे की लाइफ एक्सपेक्टेंसी युक्त होंगी।

कई खूबियों से लैस होगा वन ग्रिड हाइब्रिड सोलर रूफटॉप पावर प्लांट

प्रदेश के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में स्थापित किए जाने वाले 2 व 4 मेगावॉट ऑन ग्रिड हाइब्रिड रूफटॉप सिस्टम सोलर फोटो वोल्टिक प्रक्रिया (एसपीवी) से युक्त होकर कार्य करेगा। यह कई खूबियों से लैस होगा। यह पावर प्लांट को कई कंपोनेंट्स के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इनमें सोलर पीवी मॉड्यूल, हाइब्रिड इनवर्टर, माउंटिंग स्ट्रक्चर्स, जंक्शन बॉक्सेस, अर्थिंग व लाइटिंग प्रोटेक्शन, बैटरी, इंफ्रा व अल्ट्रा वॉयलेट रेज प्रोटेक्टेड पीवीसी केबल्स, पाइपस् व अन्य एक्सेसरीज तथा रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम मुख्य होंगे। उल्लेखनीय है कि ग्रिड से जुड़ी एसपीवी प्रणाली बैटरी बाय डायरेक्शनल होने के साथ ही आवश्यक विशेषताओं के साथ डिज़ाइन व इंपैनल की जाएगी।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे गंगा सेवादूत

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प्रयागराज। महाकुम्भ 2025 को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प सीएम योगी ने लिया है। सीएम योगी के संकल्प को सफल बनाने की दिशा में प्रयागराज मेला प्राधिकरण पूरी तरह सक्रियता से आगे बढ़ रहा है। महाकुम्भ को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए मेला प्राधिकरण द्वारा रविवार को गंगा सेवादूतों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। लगभग 1800 गंगा सेवादूत, 250-250 के बैच में प्रशिक्षित किये जायेंगे। ये गंगा सेवादूत महाकुम्भ में स्वच्छता, सैनिटेशन, टेंटेज की कार्ययोजना, आग और अन्य आपदा से सुरक्षा और निरीक्षण का कार्य करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम 29 नवंबर तक जिला पंचायत सभागार, प्रयागराज में चलेगा। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार और मेला विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राना के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है।

महाकुम्भ को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाएंगे गंगा सेवादूत

सीएम योगी के स्वच्छ और सुरक्षित महाकुम्भ के संकल्प को सफल बनाने में गंगा सेवादूत अहम भूमिका निभाएंगे। प्रयागराज मेला प्राधिकरण लगभग 1800 गंगा सेवादूतों को प्रशिक्षित कर रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में बताते हुए मेला विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) आकांक्षा राना ने बताया कि 250-250 के बैच में लगभग 1800 गंगा सेवादूत प्रशिक्षित किये जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले गंगा सेवा दूतों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके बाद इन्हें सैनिटेशन निरीक्षण, टेंट सिटी की कार्य योजना, आईसीटी सिस्टम और अग्नि सुरक्षा का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। गंगा सेवा दूत विषय विशेषज्ञों द्वारा ट्रेंड किये जायेंगे और उनका मॉक ड्रिल भी कराया जाएगा। सैनिटेशन का प्रशिक्षण डा आनंद सिंह और अग्निशमन का प्रमोद कुमार शर्मा देंगे।

प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर आसपास के जिलों से नियुक्त हुए हैं गंगा सेवा दूत

गंगा सेवा दूतों प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि ये गंगा सेवादूत प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर व आस-पास के जिलों से आए हैं। ये महाकुम्भ के दौरान विशेषतौर पर शौचालय, सड़कों की सफाई व्यवस्था, टेंट सिटी का निरीक्षण करेंगे। किसी तरह की गंदगी या गड़ब़डी पाये जाने पर ये दूत आईसीटी सिस्टम के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं। गंगा दूत टेंट कालोनियों की व्यवस्था, आग लगने या अन्य आपदा की जरूरी सूचना संबंधित विभाग को उपलब्ध करवाएंगे। महाकुम्भ को प्लास्टिक मुक्त रखने का अभियान चलायेगें। साथ ही प्लास्टिक उपयोग करने वालों की शिकायत भी दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के बाद ये गंगा सेवादूत महाकुम्भ को स्वच्छ, सुरक्षित और प्लास्टिक मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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