Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

खुले आसमान के नीचे दयनीय हालत में समय बिता रहे काठमांडूवासी

Published

on

nepal-survivors

Loading

गौरव शर्मा

काठमांडू। काठमांडू में भूकंप पीड़ितों की रातें बेहद दयनीय हालत में बीत रही हैं, जब उन्हें जर्जर छोटे शामियाने में गुजर-बसर करना पड़ रहा है। ये सब भूकंप बाद के झटकों से भयभीत हैं और आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों से नाराज हैं।

संवाददाता ने बेतरतीब तरीके से फैले तुंडी खेल इलाके का दौरा किया, जहां उन्होंने विभिन्न रंगों के कई शामियाने देखे और मंगलवार रात भूकंप से बच निकले लोगों के साथ रात बिताई। बारिश के कारण जमीन गीली हो गई है और खराब मौसम ने भूकंप से बच निकले लोगों के लिए समस्या खड़ी कर दी है। मीरा तमांग (50) ने बताया, “किराए पर लिए गए हमारे मकान में दरार पड़ गई है। हम उसमें वापस जाने से डर रहे हैं।”

श्रमिक तमांग एक छोटे शामियाने में रह रही हैं, जिसमें उनके साथ परिवार के सात अन्य सदस्य भी हैं। सबसे छोटे सदस्य की उम्र डेढ़ साल है। रात 11 बजे तापमान में तेजी से गिरावट आई। तमांग परिवार ने ठंड से बचने के लिए शामियाने के अंदर ईंट बिछाई और फिर उसके ऊपर चटाई फैलाई। उनकी बहू आधे किलोग्राम मसूर दाल खरीदने गई, जिसके लिए उन्हें 100 रुपये चुकाने पड़े। तमांग ने कहा कि यह कीमत बहुत ज्यादा है।

आधी रात का वक्त है और सारू (45) और उनकी दो बेटियां सोने जा रही हैं। सारू एक अनाथालय में स्वयंसेवी हैं और उनकी छोटी बेटी 12वीं कक्षा की छात्रा हैं। उन्होंने बताया, “कल हमने कच्चा चाउ-चाउ खाया। हमने कुछ बिस्किट भी खाए। हमारे घर पर अनाज रखा हुआ है, लेकिन यह तीसरी मंजिल पर है और सीढ़ियां टूट गई हैं। हम अपने घर नहीं पहुंच सकते।” सारू ने बताया कि सरकार की तरफ से मदद नहीं मिल रही। उन्होंने कहा, “लेकिन मारवाड़ी समाज ने हमारी मदद की है।”

अब आधी रात के करीब दो बज गए हैं और इंजीनियरिंग के छात्र मिथिलेश शर्मा (22) कंपकपाती ठंड में जगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को जापान, जर्मनी और भारत से मदद मिली है और उम्मीद है कि जल्द स्थिति सामान्य होगी। शमियाने में अधिकांश लोगों के लिए सोना असहज था। कुछ दूरी पर किसी के बातचीत की आवाज आ रही थी, वहीं युवाओं का समूह अपने जज्बे को बरकरार रखने के लिए गाना गा रहा था।

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

Published

on

Loading

बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

Continue Reading

Trending