Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ-2025: धर्म,अध्यात्म और संस्कृति की थीम पर सजेगी कुंभ नगरी प्रयागराज

Published

on

Loading

प्रयागराज। प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ को दिव्य, भव्य नव्य और हरित स्वरूप देने के लिए योगी सरकार संकल्पित है। इसके लिए एक तरफ जहां कुंभ क्षेत्र की कार्य योजना धरातल पर उतारी जा रही है तो वहीं कुंभ क्षेत्र से बाहर शहर के अंदर भी सड़कों के चौड़ीकरण से लेकर शहर की दीवारों और चौराहों को नव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है।

₹60 करोड़ की लागत से सजेगी संवरेगी कुंभ नगरी की दीवारें और चौराहे

प्रयागराज महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कुंभ क्षेत्र के बाहर शहर के अंदर भी धर्म और अध्यात्म की अनुभूति इसके लिए भी कार्य योजना धरातल पर उतर रही है। इसकी मंजूरी मिल चुकी है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शहर की दीवारों और चौराहों को भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए अलग से बजट तय किया है। पीडीए उपाध्यक्ष अरविंद चौहान के मुताबिक शहर के सौंदर्यीकरण के लिए ₹ 60 करोड़ का बजट रखा गया है। इस योजना में शहर की प्रमुख दीवारों में स्ट्रीट आर्ट, चौराहों में म्यूरल्स, ट्रैफिक साइनजेस, स्कल्पचर, लैंड स्केपिंग, ग्रीन बेल्ट और हॉर्टिकल्चर का कार्य शामिल है।

दस लाख वर्ग फुट में बनेंगे स्ट्रीट आर्ट और म्यूरल्स

कुंभ नगरी प्रयागराज की दीवारें भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों से संवाद करेंगी। इस शहर की पहचान धर्म ,अध्यात्म और संस्कृति को विभिन्न प्रतीकों के माध्यम से शहर की दीवारों पर चित्रित कर इसे धरातल पर उतारा जाएगा। पीडीए के चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि 10 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल में इन्हें चित्रित किया जाएगा । इसके अलावा शहर के सभी चौराहों में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संदेश देने वाले म्यूरल्स भी लगाए जाएंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्व विद्यालय के फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट्स इसमें सहयोग करेंगे। शहर की सड़कों के किनारे बनी इमारतों की दीवारों पर बनी ये मनोहारी पेंटिंग्स कुंभ का वैभव और संस्कृति की अनुभूति कराएंगी ।

सजावटी और फूलदार पौधों की श्रृंखला से मिलेगा हरित स्वरूप

इस योजना में शहर की इमारतों की दीवारों और चौराहों को भव्य और नव्य स्वरूप देने के साथ हरित स्वरूप देने का भी प्रावधान है। पीडीए के चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव के मुताबिक इसमें ग्रीन बेल्ट और हॉर्टिकल्चर का कार्य भी शामिल किया गया है। शहर के प्रमुख स्थलों को चिन्हित किया जा रहा है जहां पर फूलदार और सजावटी पौधे लगाए जाएंगे। शहर की प्रमुख 38 सड़कों, 36 जंक्शनों और सार्वजनिक स्थानों पर ये सजावटी और फूलदार पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा थीमेटिक लाइट्स , स्पाइरल लाइट और फसाड लाइट भी लगनी है। शहर की प्रमुख सड़कों, सभी 9 फ्लाईओवर, 4 पुलों और 50 पर्यटक स्थलों को इनसे सजाया जाएगा।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

झांसी मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में लगी भीषण आग, 10 बच्चों की मौत

Published

on

Loading

झंडी। झांसी के मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में शुक्रवार रात आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि पांच बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। बचाव टीम रेस्क्यू में लगी हुई है। वार्ड में करीब 47 नवजात भर्ती थे। शुक्रवार देर-रात महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष एसएनसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई। जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 47 नवजात भर्ती थे।

खबर लिखे जाने तक वार्ड से 31 नवजात को बाहर निकाल लिया गया था। हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। सेना एवं दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं। दस नवजात की मौत से अस्पताल परिसर में कोहराम मचा हुआ है। नवजातों के माता-पिता भी अपने नवजातों को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। शुरुआती जांच में सिलेंडर ब्लास्ट की बात कही जा रही है।

खिड़की तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया

बच्चों और मरीजों को अस्पताल की खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला गया। सूत्रों ने बताया कि करीब 31 बच्चों को बचाया जा गया है। सूत्रों का कहना है कि करीब 47 बच्चे वार्ड में भर्ती थे। परिजनों का आरोप है कि उन्हें उनके बच्चों से मिलने नही दिया जा रहा है।

Continue Reading

Trending