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प्रादेशिक

सुधार में वक्त लगेगा : सईद

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श्रीनगर | जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने मंगलवार को कहा कि सरकार राज्य की उम्मीदों पर खरी उतर सके, इसके लिए जनता को धर्य रखना होगा। छह महीने के लिए राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी (श्रीनगर) में सरकार के सचिवालय की शुरुआत के लिए मंगलवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सईद ने कहा, “व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में वक्त लगेगा।”

सईद ने जनता से धैर्य रखने और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गठबंधन सरकार को अपने वादे पूरे करने के लिए वक्त देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “गठबंधन सरकार को सत्ता संभाले अभी दो महीने ही गुजरे हैं। कुछ लोग तो ऐसी बातें कर रहे हैं, जैसे हम सालों से सत्ता में हैं। एक रात में स्थिति नहीं बदली जा सकती, इसमें वक्त लगता है।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता बीते साल आई बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों की मदद करने की है। उन्होंने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और पुल एवं सड़क जैसी आधारभूत संरचना के निर्माण की बात कही।

उन्होंने कहा, “राज्य में रिक्तियों को भरने में पारदर्शिता बरती जाएगी। आपको ऐसी व्यवस्था देश भर में कहीं देखने को नहीं मिलेगी।” अलगाववादी नेता मरसत आलम की रिहाई और पुन: गिरफ्तारी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “इसके लिए किसी तरह का दबाव नहीं था। यह उसके कर्मो का नतीजा है, क्योंकि कुछ चीजें अस्वीकार्य हैं।” सईद का संकेत आलम द्वारा आयोजित रैली की तरफ था, जिसमें पाकिस्तान का राष्ट्रध्वज फहराया गया था।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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