Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

केरल : तीनों एथलीटों की हालत स्थिर

Published

on

अलाप्पुझा-केरल,वेम्बानाड,जल क्रीड़ा केंद्र,भारतीय खेल प्राधिकरण,मेडिकल कॉलेज,आईसीयू,श्रीनिवास

Loading

अलाप्पुझा (केरल) | केरल के वेम्बानाड स्थित जल क्रीड़ा केंद्र में आत्महत्या का प्रयास करने वाली भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की तीनों खिलाड़ियों की हालत में लगातार सुधार जारी है। मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी। शराब पीने से रोके जाने को लेकर चार युवा एथलीटों ने बुधवार को जहरीला फल खा लिया था। इनमें से एक एथलीट अपर्णा की गुरुवार तड़के मौत हो गई।

एक डॉक्टर ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि अब तीनों लड़कियों की हालत स्थिर है। डॉक्टर ने कहा, “सभी एथलीटों को सघन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू) में रखा गया है और उन्हें अभी दो दिन और आईसीयू में ही रखा जाएगा। इन एथलीटों ने जो फल खाया था उसका असर हृदय पर होता है। अब हालांकि स्थिति सामान्य है।” साई के एक अधिकारी जी. किशोर ने बताया कि वेम्बानाड स्थित जिस जल क्रीड़ा केंद्र में यह हादसा हुआ वहां भी हालात सामान्य हो रहे हैं। किशोर ने मीडिया में आई उन खबरों को खारिज किया जिसमें कहा गया है कि साई का यह केंद्र एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है। किशोर ने कहा, “केंद्र को एक हफ्ते के लिए बंद किए जाने की खबरें निराधार हैं। हमारे महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास ने एथलीटों, कोच और यहां के वार्डन से बात की है। वह दिल्ली लौट चुके हैं और जल्द ही इस घटना पर अपनी एक रिपोर्ट पेश करेंगे।”

दूसरी ओर, पुलिस महानिरीक्षक एम. आर. अजित कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम एथलीटों के परिवार द्वारा लगाए गए उन आरोपों की जांच कर रही है, जिसमें मृत एथलीट के रिश्तेदारों ने कहा था कि इन एथलीटों को उनके वरिष्ठ खिलाड़ियों व अधिकारियों द्वारा मानसिक तथा शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था। सीनियर खिलाड़ियों ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है। गौरतलब है कि साई ने शुक्रवार को अपर्णा के परिवार को बतौर मदद पांच लाख रुपये का चेक दिया और उनकी मां को साई केंद्र पर नौकरी देने की भी पेशकश की।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending