प्रादेशिक
बिहार में भूकंप से मरने वालों की संख्या 17 हुई, खुले मैदान में बीती लोगों की रात
पटना। बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को आए भूकंप के झटकों से हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को 17 हो गई। घर-मकान और दीवार गिरने की घटनाओं में 77 लोग घायल भी हो गए। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। भूकंप के और झटकों की आशंका से लोगों ने मंगलवार को बाहर खुले मैदान में रात गुजारी। भूकंप के मद्देनजर बिहार के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में बुधवार से ही ग्रीष्मावकाश की घोषणा कर दी गई।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यास जी ने बुधवार को बताया कि राज्य में मंगलवार को आए भूकंप के झटकों से हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को 17 हो गई। मंगलवार को यह संख्या 10 थी। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के नियंत्रण कक्ष के अनुसार, भूकंप के कारण राज्य में जानमाल की क्षति हुई है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कई मकान गिर गए हैं, जिससे 17 लोगों की मौत हो गई है। पटना व पूर्वी चंपारण जिले में सबसे अधिक तीन-तीन लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा दरभंगा, मधेपुरा व पूर्णिया में दो-दो तथा खगड़िया, सीतामढ़ी, वैशाली, सीवान व शेखपुरा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
भूकंप से 77 लोग घायल हुए हैं। भूकंप के कारण पूर्वी चंपारण में सबसे ज्यादा 25 लोग घायल हुए हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने तथा घायलों का इलाज नि:शुल्क कराने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि गत 25 और 26 अप्रैल को आए भूकंप के झटकों से बिहार में 58 लोगों की मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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