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प्रादेशिक

बिजली मुद्दे पर श्वेत पत्र जारी करे अखिलेश सरकार : भाजपा

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लखनऊ,भारतीय जनता पार्टी,बिजली व्यवस्था दुरुस्त,मुख्यमंत्री अखिलेश यादव,प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन,ट्रांसफार्मरों

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लखनऊ | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उप्र ईकाई ने कहा है कि पिछले एक वर्ष से उप्र में बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार की पोल एक बार फिर खुल गई है। पार्टी ने सरकार से श्वेत पत्र जारी कर यह बताने की मांग की कि इस दिशा में पिछले तीन वर्षो में उनके प्रयास कितने प्रभावी साबित हुए हैं? लखनऊ में भाजपा मुख्यालय पर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन ने संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में खराब बिजली व्यवस्था एक बार फिर कानून-व्यवस्था का भी प्रश्न बन गई है। प्रदेश की जनता आक्रोश में है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीते 31 मार्च को पूरे धूमधाम से राज्य विद्युत उत्पादन निगम की जिस नई अनपरा (डी) परियोजना का लोकार्पण किया था, वह अब तक एक यूनिट बिजली का भी उत्पादन नहीं कर पाई है। चंद्रमोहन ने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी में बिना कोई परीक्षण कराए इस यूनिट का लोकार्पण तो कर दिया, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे अभी तक चालू नहीं किया जा सका है। सूबे की सपा सरकार ने प्रदेश की जनता को गुमराह करने का आपराधिक कृत्य किया है।

उन्होंने कहा कि बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और प्रदेश के बिजली घर एक-एक करके जवाब देने लगे हैं। उचित रखरखाव न होने से 600 मेगावाट क्षमता वाले बिजली घरों से उत्पादन बंद हो चुका है। साल भर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने का दिखावा करने वाली सरकार ट्रांसफार्मरों का उचित प्रबंध तक नहीं कर सकी है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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