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उप्र : प्रधानमंत्री की जनकल्याण रैली आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

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फरह (मथुरा)| केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के 26 मई को एक वर्ष पूरे हो रहे हैं। इससे ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ब्रज की धरती पर दीनदयाल धाम में जनकल्याण रैली को संबोधित करने वाले हैं। मोदी की रैली को देखते हुए पुलिस और प्रशासन भी खासा मुस्तैद नजर आ रहा है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इतंजाम किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम फरह स्थित पंडित दीनदयाल धाम पहुंचेंगे, जहां वह ब्रज की जनता व देशवासियों को संबोधित करेंगे व अपनी सरकार के एक साल के कार्यकाल का ब्यौरा देंगे।

कार्यक्रम के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी आज (सोमवार) अपराह्न् 2.50 बजे दिल्ली से हेलीकॉप्टर द्वारा मथुरा के लिए प्रस्थान करेंगे। प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर अपराह्न् 3.50 बजे दीनदयाल धाम में बनाए गए हेलीपैड पर उतरेगा। यहां से अपराह्न् 3.55 बजे मोदी पंडित दीनदयाल स्मारक पहुंचेंगे और वहां 30 मिनट तक रहेंगे। इसके बाद अपराह्न् 4.30 बजे मोदी महारैली के मंच पर आएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा को देखते हुए दीनदयाल धाम स्थित मैदान को सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारी रैली स्थल के आस-पास असामाजिक तत्वों व संदिग्धों पर नजर रखे हुए हैं।

सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने रैली स्थल को आठ जोन और 24 सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा की जिम्मेदारी मजिस्ट्रेटों को सौंपी हैं।

महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) सतीश गणेश ने बताया कि मथुरा प्रशासन ने सुरक्षा के लिए जो मांगें रखी थीं, वह उन्हें उपलब्ध कराई गई है। सुरक्षा के लिए सात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी), दो पुलिस अधीक्षक (एसपी), 19 पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), आठ कंपनी पीएसी और पांच कंपनी आरएएफ की तैनाती की गई है।

पूरे रैली क्षेत्र में खुफिया ब्यूरो (आईबी) और उत्तर प्रदेश के खुफिया अधिकारी नजर रखेंगे। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) का कमांडो दस्ता भी रैली स्थल पर पहुंच चुका है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व अद्र्घसैनिक बलों के जवान तैनात हैं। वहीं, रैली का मंच एवं प्रधानमंत्री शिविर विशेष सुरक्षा घेरे में है।

दीनदयाल स्मारक से लेकर दीनदयाल धाम में रैली मंच तक बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। मोदी यहां दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद रैली को संबोधित करने मंच पर जाएंगे। प्रदेश सरकार की ओर से मंत्री बलराम सिंह यहां प्रधानमंत्री की अगवानी करने पहुंचे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री के रैली कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सेना और प्रदेश की खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं।

पुलिस अधीक्षक (सिटी) शैलेश पांडेय ने बताया कि रैली स्थल और पूरे मथुरा जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटल और ढाबों पर संदिग्धों की कड़ाई से जांच की जा रही है। सार्वजनिक स्थलों के साथ-साथ संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों की निगरानी बढ़ा दी गई है।

प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर भाजपाइयों व ब्रजवासियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री के अति विशेष (वीवीआईपी) कार्यक्रम को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद हैं।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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